जयपुर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को जालौर के उस निजी स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जहां एक अध्यापक ने दलित बच्चे को पीने के बर्तन को छूने के कारण कथित तौर पर पीटा था, जिससे शनिवार को बच्चे की मौत हो गई.
दलित छात्र इंद्र कुमार (नौ) की शनिवार को मौत हो गई. दलित छात्र को स्कूल के एक अध्यापक ने कथित तौर पर पीने के पानी के बर्तन को छूने पर पीट दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. आरोपी अध्यापक छैलसिंह (40) को गिरफ्तार कर लिया गया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि ऐसी घटनाएं तब होती हैं जब राज्य सरकार और मुख्यमंत्री कमजोर होते हैं. पूनियां ने संवाददाताओं से कहा, ‘पिछले साढ़े तीन साल में एक के बाद जिस तरीके से दलित उत्पीड़न की घटनाएं हुई हैं, उससे राज्य की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हुआ है. यह घटना समाज की तो आंख खोलती है.’
उन्होंने कहा, ‘कोई भी व्यक्ति अपराध तभी करता है… बेखौफ तभी होता है जब उस पर शासन का इकबाल खत्म हो जाता है. राजस्थान की सरकार के रहते इस प्रकार की अनगिनत घटनाएं इसी बात का प्रमाण हैं कि राजस्थान का मुख्यमंत्री लाचार है… गृहमंत्री मजबूर है. दोषी को जल्द से जल्द निश्चित रूप से सजा होनी चाहिए. जब सरकार कमजोर होती है, मुख्यमंत्री कमजोर होता है तो ऐसी घटनाओं में इजाफा होता है.’
उन्होंने कहा, ‘जब देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है तो ऐसी घटना हमें सोचने पर मजबूर कर देती है कि हम कहां खड़े हैं. समाज एकता और सद्भाव से बनता है और हमारे लिए समाज सर्वोपरि है.’
भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि विद्यालय की मान्यता रद्द की जाए ताकि विद्यालयों में अनुशासन बना रहे. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी घटना की निंदा की है और इस संबंध में पार्टी मंगलवार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन राज्य के सभी जिलाधिकारियों को देगी.
भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा, ‘जालौर जिले के एक निजी विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा दलित बच्चे के साथ इतनी मारपीट करना कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाये… राजस्थान के अंदर यह पहली घटना है.’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा मांग करती है कि प्रदेश के अंदर इस प्रकार की दूसरी घटना घटित नहीं हो… तत्काल कार्रवाई की जाए और विद्यालय संचालकों के खिलाफ कार्रवाई हो तथा विद्यालय की मान्यता को रद्द किया जाए ताकि विद्यालयों के अंदर एक अनुशासन बना रहे.’
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि घटना के खिलाफ पार्टी 16 अगस्त को राज्य भर के जिलाधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन देगी.
जालौर पुलिस ने आरोपी शिक्षक छैल सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
जालौर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव के निजी स्कूल के छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को अध्यापक ने पिटाई की थी. उसकी शनिवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में मौत हो गई.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले की त्वरित जांच के लिये इसे ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लिया जायेगा. उन्होंने शनिवार रात मुख्यमंत्री राहत कोष से बालक के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने की भी घोषणा की.
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक की मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है. आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या और एसी/एसटी अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है.’
उन्होंने कहा, ‘मामले की त्वरित जांच एवं दोषी को जल्द सजा के लिए इसे ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लिया गया है. पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा. मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी.’
राज्य के शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
जालौर पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि बालक को बुरी तरह पीटा गया था और पीटने का कारण पीने के पानी के बर्तन को छूना बताया गया. इसकी जांच होनी बाकी है.
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमने अध्यापक छैल सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 और एससी/एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.’
दलित बालक के पिता ने आरोप लगाया कि अध्यापक की पिटाई से बालक के चेहरे और कान में चोटें आईं और वह लगभग बेहोश हो गया. घायल बालक को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे उदयपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
दलित बालक के पिता देवराम मेघवाल ने कहा, ‘वह लगभग एक सप्ताह तक उदयपुर के अस्पताल में भर्ती रहा, लेकिन कोई सुधार नहीं होने पर उसे अहमदाबाद ले गए. लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और उसने शनिवार को दम तोड़ दिया.’
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