scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशचीन के साथ सीमा सुरक्षा को लेकर राजनीति न हो, राजनाथ सिंह ने विपक्ष की निंदा की

चीन के साथ सीमा सुरक्षा को लेकर राजनीति न हो, राजनाथ सिंह ने विपक्ष की निंदा की

जोधपुर के सलवा कलां क्षेत्र में वीर दुर्गादास राठौर की 385वीं जयंती समारोह के अवसर पर मंत्री राजनाथ सिंह ने वीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण के दौरान ये बातें कही.

Text Size:

जोधपुर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को विपक्षी नेताओं पर हमला किया और कहा कि चीन के साथ सीमा सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.

जोधपुर के सलवा कलां क्षेत्र में वीर दुर्गादास राठौर की 385वीं जयंती समारोह के अवसर पर मंत्री राजनाथ सिंह ने वीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण किया और कहा, ‘वे कहते हैं ‘चीन ने यह किया,’ ‘चीन ने वह किया.’ ऐसे नेताओं से मैं कहता हूं- जब भी देश के सम्मान की बात हो तो उसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. ये वीर सपूत हैं जो जाकर सरहदों की रखवाली करते हैं.

‘सभी वीरों की माताओं की प्रशंसा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘यह वीर महिलाओं की भूमि है और मैं उन सभी माताओं के चरणों में अपना सिर झुकाता हूं जिन्होंने ऐसे वीर पुरुषों को जन्म दिया.’

विपक्षी नेताओं की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘जो लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ सवाल उठाते हैं, मैं रक्षामंत्री के रूप में उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि चाहे कितनी भी मुश्किल क्यों न हो, मैं भारत के सम्मान का बलिदान नहीं होने दूंगा.’

उन्होंने कहा, ‘आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से भारत का सुरक्षा घेरा पहले से ज्यादा मजबूत हो गया है, भारत अब दुनिया के कमजोर देशों में नहीं गिना जाता और दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में गिना जाता है.’

आगे उन्होंने वीर दुर्गादास राठौर की सराहना करते हुए कहा कि सामाजिक एकता और सद्भाव का कोई उदाहरण हो सकता है, तो वह दुर्गा दास जी थे. उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था, लेकिन उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है.

उन्होंने कहा, वीर दुर्गादास की रगों में रणनीतिक और कूटनीतिक कौशल था और हमारी सरकार भी उनसे प्रेरणा लेती है.

राजनाथ सिंह ने अपनी बातचीत में कहा कि सरकार दुर्गादास राठौर से प्रेरणा लेकर जो वादा करती है, वह करती है, ‘भाजपा जो कहती है वह करती है. हमें यह प्रेरणा वीर दुर्गादास राठौर जैसे मिट्टी के बेटों से मिलती है.’

इस बीच राजनाथ सिंह ने भारत के घटते आयात और मातृभूमि में बढ़ते उत्पादन का भी जिक्र किया, उन्होंने कहा, ‘भारत दुनिया के अन्य देशों से टैंक, हथियार और गोला-बारूद जैसे आयात करता था, अब आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि तीन-चार के भीतर अब 68 फीसदी जो बाहर से माल मंगवाते थे, अब सिर्फ 35 फीसदी माल आयात किया जाता है. पहले भारत दुनिया का सबसे बड़ा आयातक था यानी भारत दुनिया से माल का खरीदार था, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में आज हम दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक हैं, दुनिया के 25 देशों की कतार में खड़े हैं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि हर घर में एक झंडा होना चाहिए, भारत के ‘तिरंगे’ में एक अद्भुत करिश्मा है. हमारे राष्ट्रीय ध्वज की रक्षा के लिए हर भारतीय किसी भी हद तक जाने को तैयार है. मैं कहना चाहता हूं कि सभी को आपसी सौहार्द बनाए रखना चाहिए, भाईचारे का रिश्ता बनाए रखना चाहिए, इसे तोड़ने में कुछ ताकतें शामिल हैं, उदयपुर में जो कुछ भी हुआ वह चौंकाने वाला था कि हर तरह के धर्म के लोग आएं और इस तरह के कृत्यों का विरोध करें, हमें इसका पालन करना चाहिए. उदाहरण दुर्गादास राठौर ने अपने जीवन में स्थापित किया है.’


यह भी पढ़ें: राष्ट्रवाद पर मोदी से टक्कर लेने को तैयार केजरीवाल, उन्हें तिरंगा-दर-तिरंगा लोहा लेना पड़ेगा


 

share & View comments