नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के ‘चावल का कटोरा’ कहे जाने वाले चंदौली जिले में सब्जियों के लिए एक भारत-इजरायल ‘उत्कृष्टता केंद्र’ की आधारशिला रखी।
वर्चुअल तरीके से आयोजित समारोह के बाद तोमर ने कहा कि सरकार की मंशा यह सुनिश्चित करना है कि धान और गेहूं उत्पादन में अग्रणी जिला चंदौली सब्जी उत्पादन में भी बेहतर हो।
उन्होंने कहा कि चंदौली जिले की जलवायु सब्जियों के लिए ‘उत्कृष्टता केंद्र’ स्थापित करने के लिए उपयुक्त है।
तोमर ने कहा, ”केंद्र के स्तर पर बेहतर सब्जियों के बीजों और पौधों की खेती कर इसे किसानों के बीच बांटा जाएगा। किसान अपने लिए पौधों के विकास को भी प्रायोजित कर सकते हैं।”
उन्होंने एक बयान में कहा कि किसान खेती की नवीनतम उपज-सुधार विधियों का उपयोग करके सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए इस सुविधा केन्द्र में सब्जियों सहित अन्य कृषि उत्पादों की नर्सरी तैयार की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में नौ कृषि-जलवायु क्षेत्र हैं, जो साल भर विभिन्न बागवानी फसलों की खेती के लिए अनुकूल हैं।
तोमर ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को खेती की ओर आकर्षित करने के लिए कृषि क्षेत्र को फिर से जीवंत करने की जरूरत है।
इस्राइली प्रौद्योगिकियों के आधार पर राज्यों में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित किए जा रहे हैं। ये केंद्र बागवानी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के लिए प्रदर्शन और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में कार्य करते हैं। वे संरक्षित खेती में फलों और सब्जियों के लिए रोपण सामग्री के स्रोत के रूप में भी काम करते हैं।
मौजूदा समय में भारत भर में उत्कृष्टता के 29 पूर्ण रूप से परिचालित केंद्र हैं जो किसानों की उपज को बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में उभरती प्रौद्योगिकियों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
कृषि के क्षेत्र में भारत-इजरायल सहयोग के तहत सरकार की योजना देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 75 उत्कृष्टता गांव विकसित करने की है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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