नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) भारत की शीर्ष महिला धावकों में से एक सेकर धनलक्ष्मी को प्रतियोगिता से इतर डोपिंग जांच में पॉजिटिव पाये जाने पर एथलेटिक्स इंटीग्रिटी इकाई (एआईयू) ने तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया।
धनलक्ष्मी का नमूना दो मई को तुर्की के अंताल्या में लिया गया था। वह तुर्की में एक अन्य खिलाड़ी के साथ अभ्यास कर रही थी। उनके नमूने में मेटांडियनोन (एनाबॉलिक एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड) मिला जो वाडा ( विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी) कोड के तहत प्रतिबंधित सामग्री है।
उनका परीक्षण स्विट्जरलैंड के लुसाने में वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में किया गया था।
ऐसे मामलों के लिए निलंबन की अवधि चार वर्ष की होती है लेकिन धनलक्ष्मी ने डोपिंग अपराध और प्रतिबंध स्वीकार कर ली, जिसके कारण उनकी सजा अवधि में एक साल की कमी कर दी गयी।
तमिलनाडु की 24 वर्षीय एथलीट 11 जुलाई से तीन साल के लिये प्रतिबंधित रहेगी। इसके साथ ही एक मई 2022 के उनके सभी परिणामों को खारिज कर दिया गया।
एआईयू ने अपने बयान में कहा, ‘‘ इस एथलीट ने 19 जुलाई को डोपिंग रोधी नियम के उल्लंघन को स्वीकार कर स्वीकृति फॉर्म पर हस्ताक्षर किए जिससे उनकी सजा में एक साल की कटौती की गयी है।’’
वाडा और भारत की राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) एआईयू के सजा कम करने के फैसले के खिलाफ लुसाने स्थित खेल पंचाट में अपील कर सकते है।
भाषा आनन्द मोना
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