नयी दिल्ली, एक अगस्त (भाषा) नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) ने सोमवार को स्टार्टअप पालना केंद्र स्थापित करने के लिये अपनी पहल के दूसरे चरण की शुरुआत की। इसके तहत देश के उद्यमियों के लिए अटल पालना केंद्र (अटल इनक्यूबेशन सेंटर) और अटल सामुदायिक नवोन्मेष केंद्र (अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर) स्थापित करने के लिए आवेदन मांगे गये हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, दोनों कार्यक्रमों का मकसद देश में वैश्विक स्तर के संस्थान स्थापित कर नवोन्मेष के लिये परिवेश बनाना और उसका समर्थन करना है। इससे देश में उभरते उद्यमियों को लाभ होगा।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) परमेश्वरन अय्यर ने कहा कि भारत में नवोन्मेष सामाजिक उद्यमिता के साथ समावेशी वृद्धि से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि एआईसी (अटल इनक्यूबेशन सेंटर) और एसीआईसी (अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर) अटल इनोवेशन मिशन की अनूठी पहल हैं जो भारत के बढ़ते स्टार्टअप परिवेश को मजबूत बनाएंगी।
बयान के अनुसार, अटल पालना केंद्र का मकसद देश में स्टार्टअप और उद्यमियों के लिए एक अनुकूल परिवेश बनाते हुए नवोन्मेष और उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना है।
इसमें कहा गया है कि प्रत्येक एआईसी को पांच साल की अवधि में 10 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिया जाता है।
अटल इनोवेशन मिशन ने 2016 से अबतक 18 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों 68 अटल पालना केंद्र स्थापित किये हैं। इससे 2,700 स्टार्टअप को सहायता उपलब्ध करायी गयी है।
वहीं अटल सामुदायिक नवोन्मेष केंद्र का उद्देश्य देश के उन क्षेत्रों में स्टार्टअप और नवोन्मेष व्यवस्था को बढ़ावा देना है, जो इससे वंचित हैं।
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रमण अजय
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