नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) दिग्गज बैंकर उदय कोटक ने कहा है कि ‘रिंग मास्टर’ अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अनुरूप नहीं चलने वाले केंद्रीय बैंकों के सामने अपनी मुद्राओं के धराशायी होने का जोखिम मंडरा रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक उदय कोटक ने एक ट्वीट में कहा कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व से मिले संकेतों के आधार पर अपनी मौद्रिक नीतियों को तय करते हैं।
कोटक ने कहा, ‘‘रिंग मास्टर फेडरल रिजर्व की अगुवाई में दुनियाभर के केंद्रीय बैंक झुंड में चलते हैं। रास्ता चाहे आसान हो या मुश्किल। उस रास्ते से हटे, तो आपकी मुद्रा धराशायी हो जाएगी। जापान को देखिए, 30 प्रतिशत अवमूल्यन हो चुका है। यह अमेरिकी डॉलर की ताकत है जिसकी आज दुनिया में सबसे ज्यादा चाह है।’’
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बढ़ती मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए मौद्रिक नीतियों के मामले में सख्त रुख अपनाया हुआ है। इस साल अबतक फेडरल रिजर्व नीतिगत दर में 1.50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर चुका है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.