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Tuesday, 19 November, 2024
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तेलखली निर्यात जून में दोगुना होकर 4.32 लाख टन हुआ

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नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) भारत का तेलखली निर्यात जून में लगभग दोगुना होकर 4,31,840 टन हो गया।

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ऑफ इंडिया के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।, पिछले साल इसी महीने में निर्यात 2,03,868 टन था।

एसोसिएशन ने बयान में कहा, ‘‘जून, 2022 में तेलखली का निर्यात (अस्थायी) 4,31,840 टन का हुआ है, जबकि जून, 2021 में यह 2,03,868 टन रहा था।’’

एसईए ने कहा कि घरेलू उत्पादन के साथ-साथ प्रसंस्करण बढ़ने के कारण पिछले महीने 3,08,549 टन रैपसीड खली का रिकॉर्ड निर्यात हुआ था।

जून, 2022 में सोयाबीन खली का निर्यात 32,194 टन, मूंगफली खली का निर्यात 707 टन, चावल भूसी खली का निर्यात 64,025 टन और अरंडी खली का निर्यात 26,365 टन का हुआ।

एसईए के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून, 2022 की तिमाही के दौरान तेलखली का कुल निर्यात 39 प्रतिशत बढ़कर 10,21,265 टन हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 7,35,892 टन था।

एसईए ने कहा कि चालू वित्त वर्ष (2022-23) के पहले तीन महीनों में रैपसीड खली का निर्यात पहले के 3,84,807 टन से बढ़कर 7,06,904 टन हो गया है।

एसईए ने कहा कि मौजूदा समय में भारत द्वारा दक्षिण कोरिया, वियतनाम, थाइलैंड और अन्य सुदूर-पूर्व के देशों को रैपसीड खली का निर्यात किया जाता है।

एसईए ने कहा कि, अप्रैल-जून 2022 के दौरान प्रमुख आयातकों में दक्षिण कोरिया ने पिछले वर्ष की इसी अवधि के 2,52,063 टन की तुलना में 3,38,800 टन तेलखली का आयात किया।

वियतनाम ने अप्रैल-जून 2022 के दौरान 1,84,423 टन तेलखली का आयात किया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आयात 1,14,934 टन रहा था।

थाइलैंड को भारत का निर्यात 77,003 टन से 75 प्रतिशत बढ़कर 1,34,801 टन हो गया, जबकि बांग्लादेश को निर्यात 38 प्रतिशत बढ़कर 1,25,440 टन ​​हो गया।

अप्रैल-जून 2022 में ताइवान को देश से तेलखली का निर्यात 69 प्रतिशत बढ़कर 40,369 टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 23,944 टन था।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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