मोरीगांव, पांच जुलाई (भाषा) मणिपुर के नोनी जिले में भारी भूस्खलन में जान गंवाने वाले असम के निवासियों की संख्या अब तक 11 हो गई है, जबकि राज्य के कम से कम 10 अन्य लोग अब भी लापता हैं। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि नौ लोगों के शवों का उनके मूल स्थानों पर अंतिम संस्कार किया जा चुका है, जबकि दो और शवों को वापस असम ले जाना बाकी है।
राज्य सरकार ने 29 जून को भूस्खलन के समय तुपुल रेलवे यार्ड निर्माण स्थल पर काम कर रहे राज्य के 26 लोगों की सूची तैयार की है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘इन 26 लोगों में से 11 के शव बरामद कर लिए गए हैं और पांच को सुरक्षित बचा लिया गया है। बाकी दस लोग अब भी लापता हैं।’’
भूस्खलन में अब तक कुल 47 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 14 और लोग अब भी घटना स्थल से लापता हैं।
इस बीच, दो और शव मंगलवार को मोरीगांव पहुंचे जिनका अंतिम संस्कार किया गया।
मोरीगांव के उपायुक्त पीआर घरफालिया ने कहा, ‘‘हमारे जिले के आठ पीड़ितों के शव अब तक यहां पहुंच चुके हैं और उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।’’
उन्होंने कहा कि सोमवार को असम के दो पीड़ितों के शव बरामद किए गए, जिनमें से एक मोरीगांव का था।
घरफालिया ने कहा, ‘‘दूसरे की पहचान अभी नहीं हुई है क्योंकि शव बुरी तरह से सड़ चुका है।’’
मोरीगांव के 21 लोग दुर्घटनास्थल पर थे, जिनमें से पांच को बचा लिया गया। उन्हें सोमवार को वापस असम ले जाया गया और वर्तमान में मोरीगांव के सिविल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
भाषा
फाल्गुनी वैभव
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