कुआलालंपुर, 30 जून (भाषा) दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और थॉमस कप में भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले एचएस प्रणय ने विपरीत अंदाज में जीत दर्ज करते हुए बृहस्पतिवार को यहां मलेशिया ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
थॉमस कप में भारत की एतिहासिक खिताबी जीत के दौरान अपने सभी मैच जीतने वाले गैरवरीय प्रणय ने दिन का सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन को 30 मिनट से अधिक चले मुकाबले में 21-15 21-7 से हराया।
पिछले हफ्ते इंडोनेशिया ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले 29 साल के प्रणय ने दोनों मुकाबलों में धीमी शुरुआत की लेकिन एक बार लय हासिल करने के बाद इस भारतीय खिलाड़ी ने विरोधी का कोई मौका नहीं दिया और लगातार 12 अंक जीतकर अंतिम आठ में जगह बनाई।
दुनिया के 21वें नंबर के खिलाड़ी प्रणय अगले दौर में सातवें वरीय इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी से भिड़ेंगे जिनके खिलाफ उन्होंने तीन मैच जीते हैं जबकि पांच मुकाबले गंवाए हैं।
पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू को थाईलैंड की फिटायापोर्न चेईवान के खेल के सामंजस्य बैठाने में समय लगा। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने पहला गेम गंवाने के बाद अपनी प्रतिद्वंद्वी को दूसरे दौर के 57 मिनट चले मुकाबले में 19-21 21-9 21-14 से हराया।
सातवीं वरीय भारतीय खिलाड़ी अगले दौर में चिर प्रतिद्वंद्वी चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग से भिड़ेंगी। सिंधू ने ताइ जू के खिलाफ 15 मुकाबले गंवाए जबकि उन्हें सिर्फ पांच मैचों में जीत मिली है।
चेन ने प्रणय के खिलाफ पहले गेम में अच्छी शुरुआत करते हुए 4-1 की बढ़त बनाई लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने वापसी करते हुए अपने तीखे स्मैश से दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी को बैकफुट पर धकेला।
प्रणय ने 6-6 के स्कोर पर बराबरी हासिल की और फिर 12-8 की बढ़त बनाकर विरोधी पर दबाव डाला। प्रणय ने इस बढ़त को 18-13 तक पहुंचाया और फिर क्रॉस कोर्ट स्मैश के साथ पहला गेम 17 मिनट में अपने नाम किया।
दूसरे गेम में भी प्रणय ने पिछड़ने के बाद 4-4 के स्कोर पर बराबरी हासिल की। चेन ने स्कोर 7-9 किया लेकिन प्रणय ने लगातार 12 अंक के साथ गेम और मैच जीत लिया।
इससे पहले सिंधू पहली बार थाईलैंड की खिलाड़ी से खेल रही थी और भारतीय खिलाड़ी को विरोधी का खेल समझने में समय लगा।
सिंधू ने कड़ी टक्कर पेश की लेकिन 21 साल की खिलाड़ी ने अंतत: स्मैश लगाकर पहला गेम जीत लिया।
सिंधू ने दूसरे गेम में बेहतर प्रदर्शन करते हुए स्कोर 1-1 किया।
तीसरे और निर्णायक गेम में दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। दोनों खिलाड़ी 10-10 से बराबर थी लेकिन सिंधू ने मैच की सर्वश्रेष्ठ रैली जीतकर 11-10 की बढ़त बनाई।
सिंधू ने 13-10 की बढ़त बनाई और फिर इसे 18-14 तक पहुंचाकर आसानी से गेम और मैच जीत लिया।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व चैंपियन पारूपल्ली कश्यप को हालांकि थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसार्न के खिलाफ 44 मिनट में 19-21 10-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
इस बीच सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने गोह जी फेई और नूर इजुद्दीन की स्थानीय जोड़ी को वाकओवर दिया।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘सात्विक की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। वह आज बेहतर था लेकिन वह खेलने की स्थिति में नहीं था और राष्ट्रमंडल खेलों के करीब होने के कारण कोच और फिजियो ने उन्हें नहीं खेलने की सलाह दी। इसलिए सात्विक-चिराग ने हटने का फैसला किया।’’
भाषा सुधीर मोना
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