(अमित कुमार दास)
नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) हाल में आयु धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतों की विस्तृत जांच के लिए पैनल का गठन करेगा और दोषी पाए जाने वालों पर न्यूनतम दो साल का प्रतिबंध लगाएगा।
हैदराबाद में अखिल भारतीय सब जूनियर अंडर-13 रैंकिंग टूर्नामेंट (19 से 25 जून) और मोहाली में मौजूदा अंडर-13 प्रतियोगिता के दौरान आयु धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए जिसके बाद आयु धोखाधड़ी समिति के सदस्य संदीप हेब्ले ने बीएआई को पत्र लिखकर इस मामले को देखने की अपील की।
बीएआई महासचिव संजय मिश्रा ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह आसान फैसला नहीं है। कोई भी कार्रवाई करने से पहले हमें शत प्रतिशत सुनिश्चित होना होगा। हमारे पास पहले ही आयु धोखाधड़ी समिति है लेकिन अब हम एक टीम का गठन करेंगे जिसमें राज्य इकाई के सचिव भी शामिल होंगे जिससे कि साक्ष्य जुटाने के लिए उचित जांच की जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ठोस साक्ष्य मिलने के बाद हम दोषी खिलाड़ियों की विस्तृत सूची बनाएंगे और उन्हें सभी घरेलू प्रतियोगिताओं से प्रतिबंधित करेंगे जिसमें जिला, राज्य और राष्ट्रीय रैंकिंग टूर्नामेंट भी शामिल हैं।’’
नाराज परिजनों ने भी मोहाली में आयोजन सचिव तेजिंदर बेदी से संपर्क किया और टूर्नामेंट में अधिक आयु के खिलाड़ियों के हिस्सा लेने का विरोध किया और तुरंत कार्रवाई की मांग की।
खबरों के अनुसार बेदी ने फैसला किया कि मोहाली टूर्नामेंट से खिलाड़ियों को रैंकिंग अंक नहीं दिए जाएंगे।
बीएआई ने हालांकि कहा कि रैंकिंग अंक रद्द करना महासंघ का विशेषाधिकार है और उसने फैसला किया है कि टूर्नामेंट का पूर्व योजना के अनुसार आयोजन होगा लेकिन दो-तीन टूर्नामेंट का और आयोजन होगा जिससे कि प्रभावित खिलाड़ियों की मदद की जा सके।
मिश्रा ने कहा, ‘‘मैं परिजनों की शिकायत समझ सकता हूं लेकिन तुरंत कार्रवाई नहीं की जा सकती। टूर्नामेंट के रैंकिंग अंक फ्रीज करने से मदद नहीं मिलेगी और बेदी के पास ऐसा करने का अधिकार नहीं है। रैंकिंग अंक बरकरार रहेंगे जिससे कि वास्तविक खिलाड़ियों को नुकसान नहीं हो।’’
भाषा सुधीर
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