नई दिल्ली : देश में एक दिन में कोविड-19 के 17,336 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 4,33,62,294 हो गई. देश में 124 दिन बाद संक्रमण के दैनिक मामलों में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 13 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 5,24,954 हो गई. देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 88,284 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.20 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 4,294 की बढ़ोतरी हुई है.
अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.59 प्रतिशत है. दैनिक संक्रमण दर 4.32 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 3.07 प्रतिशत है. देश में अभी तक कुल 4,27,49,056 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है. वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 196.77 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं.
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे.
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे.
केंद्रीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने अधिकारियों को किसी भी संभावित उत्परिवर्तन के लिए स्कैन करने के लिए निगरानी और संपूर्ण-जीनोम अनुक्रमण (डब्ल्यूजीएस) पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखने का निर्देश दिया.
उन्होंने कोविड-19 और SARI / ILI मामलों के कारण अस्पताल में भर्ती होने की निगरानी का भी निर्देश दिया.
उन्होंने संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले जिलों में बूस्टर खुराक सहित टीकाकरण की गति बढ़ाने का भी निर्देश दिया.
उन्होंने निर्देश दिया, ‘चूंकि वैक्सीन की पर्याप्त खुराक उपलब्ध है, इसलिए पात्र और कमजोर समूहों के बीच टीकाकरण में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए वैक्सीन की बर्बादी नहीं होने दें.’
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