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Wednesday, 25 December, 2024
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क्वालीफिकेशन की निराशा के बाद भारतीय महिला तीरंदाजी टीम फाइनल में

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पेरिस, 23 जून (भाषा) भारतीय रिकर्व महिला तीरंदाजों ने क्वालीफिकेशन में खराब प्रदर्शन के बाद गुरूवार को वापसी करते हुए यहां चल रहे विश्व कप के तीसरे चरण के फाइनल में प्रवेश करके अपना पहला पदक पक्का किया।

एक दिन पहले क्वालीफिकेशन दौर में सभी महिला तीरंदाज शीर्ष 30 से बाहर रही थी जिससे उन्हें 13वीं वरीयता मिली थी। लेकिन दीपिका कुमारी, अंकिता भगत और सिमरनजीत कौर की तिकड़ी ने फाइनल में पहुंचने के सफर में यूक्रेन, ब्रिटेन और तुर्की को हराया।

अब रविवार को फाइनल में उनका सामना चीनी ताइपे से होगा।

भारतीय महिला रिकर्व तिकड़ी ने सबसे पहले चौथी वरीय यूक्रेन को 5-1 (57-53 57-54 55-55) से हराकर बाहर किया।

फिर क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन के खिलाफ उन्होंने महज चार अंक गंवाये और अपने प्रतिद्वंद्वियों को 6-0 (59-51 59-51 58-50) से मात दी।

सेमीफाइनल में हालांकि उनकी शुरूआत धीमी रही लेकिन भारत ने आठवीं वरीय तुर्की की गुलनाज कोस्कुन, एज्गी बसारण और यासमिन अनागोज की तिकड़ी को 5-3 (56-51 57-56 54-55 55-55) से पराजित कर दिया।

भाग्य ने भी भारतीय महिला टीम का साथ दिया कि उन्हें शीर्ष वरीय कोरियाई टीम से नहीं भिड़ना पड़ा क्योंकि उसे आठवीं वरीय तुर्की ने क्वार्टरफाइनल में हराकर उलटफेर किया था।

रविवार को भारतीय तिकड़ी का सामना तीसरी वरीय चीनी ताइपे से होगा जिसमें रियो ओलंपिक टीम की कांस्य पदक विजेता लेई चिएन यिंग भी शामिल है।

दूसरी वरीय के रूप में क्वालीफाई करने वाली स्टार कंपाउंड तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेनाम महिला व्यक्तिगत सेमीफाइनल में जगह बनाकर दूसरे पदक की उम्मीद बरकरार रखी।

विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता ज्योति ने बेहद कड़े मुकाबले में एस्टोनिया की लिसेल जातमा को 149-148 से हराया। दोनों तीरंदाजों ने पहले तीन दौर में परफेक्ट स्कोर किया जिससे दोनों 90-90 से बराबर थी। चौथे दौर में दोनों ने 29 अंक जुटाए जिससे स्कोर 119 से बराबर हो गया।

एस्टोनिया की 22 साल की तीरंदाज हालांकि अंतिम दौर में दबाव में आ गई। उन्होंने एक बार नौ अंक जुटाया और ज्योति ने तीन 10 अंक के साथ मुकाबला जीत लिया।

सेमीफाइनल में दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी ज्योति का सामना फ्रांस की 48 साल की सोफी डोडमोंट से होगा जो बीजिंग 2008 ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता हैं। लंदन 2012 खेलों की टीम में जगह बनाने के बाद वह कंपाउंड स्पर्धा में हाथ आजमाने लगीं।

पुरुष कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में भारतीय अभियान खत्म हो गया जब पूर्व विश्व चैंपियन अभिषेक वर्मा को अंतिम आठ के मुकाबले में पुएर्तो रिको के जीन पिजारों के खिलाफ 147-148 से हार झेलनी पड़ी।

पुरूषों की भारतीय रिकर्व टीम पहले दौर में स्विट्जरलैंड से हारकर बाहर हो गयी जिन्हें प्री क्वार्टरफाइनल में बाई मिली थी।

आठवीं वरीयता प्राप्त भारतीय तिकड़ी को फ्लोरियान फाबेर, केजिया चाबिन और थॉमस रूफर से शूटऑफ के बाद हुए टाई में 4-5 (53-57 58-54 49-53 58-50) (25-25) से हार मिली।

भाषा सुधीर नमिता

नमिता

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यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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