अलीगढ़ (उप्र), 21 जून (भाषा) अलीगढ़ जिले में अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के पहले दो दिनों में हिंसा होने के बाद जिला पुलिस ने फ्लैग मार्च के दौरान कुछ स्थानों पर बुल्डोजर का उपयोग करने सहित सभी ऐतिहाती उपाय किए।
पुलिस ने मंगलवार को कहा कि अग्निपथ के विरोध में आंदोलन से जुड़ी कोई अप्रिय घटना की कहीं से कोई सूचना शुक्रवार से नहीं है।
उल्लेखनीय है कि आंदोलन के पहले दो दिनों में अलीगढ़ इस प्रदेश के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक रहा, लेकिन पुलिस के सख्ती के उपायों से आंदोलनकारी के तोड़फोड़ के सभी प्रयास विफल हो गए।
इस बीच, पुलिस की गश्त सभी प्रभावित इलाकों जैसे टप्पल, खैर और लोधा में जारी है। प्रत्यशदर्शियों का कहना है कि ऐतिहासी उपायों के तहत बुल्डोजर का उपयोग सोमवार को फ्लैग मार्च के दौरान खैर और टप्पल के कई इलाकों में देखा गया।
उन्होंने कहा कि संभावित आंदोलनकारियों के लिए बुल्डोजर को एक चेतावनी के तौर पर देखा गया। हालांकि विभिन्न तबकों में इसको लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया रही।
यद्यपि पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साधे रखी और बुल्डोजर के उपयोग से न ही इनकार किया और न ही बचाव किया, अन्य लोगों ने असंतोष खत्म करने के लिए बुल्डोजर के उपयोग के पीछ तर्क पर सवाल खड़ा किया।
अलीगढ़ नगर से सपा के टिकट पर विधायक रहे जमीर उल्ला खान ने कहा, “किसी भी आंदोलन के दौरान लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के किसी भी स्थिति में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। असंतोष का दमन करने के लिए बुल्डोजर का उपयोग पूरी तरह से अनुचित है।”
भाषा राजेंद्र
राजकुमार
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