नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) सीबीआई ने संयुक्त औषधि नियंत्रक ईश्वर रेड्डी को बायोकॉन बायोलॉजिक्स की इंसुलिन दवा के परीक्षण को माफ करने के लिए कथित तौर पर चार लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।
अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि रेड्डी पर इंसुलिन एस्पार्ट इंजेक्शन के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण को माफ करने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है। यह दवा प्रकार-1 और प्रकार-2 मधुमेह के प्रबंधन के लिए बायोकॉन बायोलॉजिक्स का एक उत्पाद है।
बायोकॉन बायोलॉजिक्स किरण मजूमदार शॉ के नेतृत्व वाली बायोकॉन की सहायक कंपनी है। कंपनी ने आरोपों से इनकार किया है।
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने सिनर्जी नेटवर्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिनेश दुआ को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर रेड्डी को रिश्वत दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद सीबीआई ने रेड्डी और दुआ को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें सोमवार को एक छापे के दौरान उस समय गिरफ्तार किया गया था, जबकि कथित रिश्वत का लेनदेन चल रहा था।
सीबीआई ने बायोकॉन बायोलॉजिक्स लिमिटेड, बैंगलोर के संयुक्त उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय नियामक मामलों के प्रमुख एल प्रवीण कुमार के साथ ही दिल्ली स्थित बायोइनोवेट रिसर्च सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक गुलजीत सेठी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
भाषा पाण्डेय
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