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Tuesday, 5 November, 2024
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अग्निपथ योजना पर बोले तेजस्वी यादव- 4 साल के लिए सैनिक ही क्यों, अफसरों को भी रखा जाए

इसके अलावाकांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कांग्रेस के अन्य नेता आज अग्निपथ योजना के खिलाफ जंतर-मंतर पर 'सत्याग्रह' करेंगे.

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नई दिल्ली: सेना में भर्ती को लेकर लाई गई सरकार की नई अग्निपथ को सारे देश में विरोध हो रहा है. युवाओं से लेकर विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं और सरकार से इसे वापस लेने की मांग भी कर रही हैं. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस योजना को लेकर कहा, ‘केंद्र सरकार बताए कि 4 साल के लिए बहाल होने वाले युवकों को नियमित रूप से सेना में भर्ती होने वाले युवकों की ही तरह नियमित छुट्टी मिलेगी. इस योजना में सिर्फ सैनिक को 4 साल के लिए क्यों रखा जा रहा बड़े अफसर को भी रखा जाए’

‘क्या ये योजना शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा है? या RSS का हिडेन एजेंडा है. वन रैंक वन पेंशन के बजाय नो रैंक नो पेंशन लाया गया. अगर BJP को ठेकेदारी प्रथा इतनी पसंद है तो BJP के मंत्री अपने बच्चों को सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिलवा दें.’

यादव ने युवाओं से योजना के विरुद्ध शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की.

उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे मुद्दे पर चुप क्यों हैं.

यादव ने यह भी कहा कि सरकार ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की बात करती है, लेकिन ऐसी योजना लेकर आई है, जिसमें ”न रैंक, न पेंशन” है.

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने सरकार से 20 सवाल पूछे और कहा कि लोगों के मन में कई शंकाएं हैं, जिन्हें सरकार को दूर करना चाहिए.

यादव ने पूछा कि अग्निपथ योजना सेना में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए क्यों नहीं हैं.

उन्होंने कहा, ‘देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और जो सैनिक बनना चाहते हैं, वे आक्रोशित हैं.’

यादव ने इस योजना को वापस लेने की मांग की.

उन्होंने आगजनी और हिंसा के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को जिम्मेदार ठहराने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावों को खारिज किया और कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, लेकिन विपक्ष को दोषी ठहराया जा रहा है.

 

इसके अलावाकांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कांग्रेस के अन्य नेता आज अग्निपथ योजना के खिलाफ जंतर-मंतर पर ‘सत्याग्रह’ करेंगे.

वहीं केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नौजवानों से संयम बरतने की रविवार को अपील की और केंद्र सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.

बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘जब मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर देश की विशाल आबादी, खासकर युवा वर्ग गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, तनाव आदि के अग्निपथ पर हर दिन बिना थके-हारे संघर्ष करने को मजबूर हैं, तब ऐसे में उन्हें केंद्र की अल्पावधि ‘अग्निपथ’ सैन्य भर्ती योजना ने काफी निराश एवं हताश किया है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे, सेना एवं अर्धसैनिक बल आदि में भर्ती की संख्या एवं संभावना को केंद्र द्वारा अति-सीमित करने का ही परिणाम है कि खासकर ग्रामीण परिवेश के नौजवान काफी असहाय एवं ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा अपने भविष्य को अंधकार में पाकर उनका आक्रोश उबाल पर है औेर स्थिति को उचित तरीके से संभालना जरूरी है.’’

बसपा प्रमुख ने केंद्र सरकार के अनुरोध किया कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे तथा देश की सुरक्षा से संबंधित ऐसे अहम मामलों में संसद को विश्वास में जरूर ले. उन्होंने नौजवानों से भी संयम बरतने की अपील की.

उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी. इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी. योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और भर्ती होने वाले सैनिकों को ‘अग्निवीर’ नाम दिया गया है.


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