इस्लामाबाद, 16 जून (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से वित्तपोषण पाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने सब्सिडी को समाप्त करते हुए ईंधन कीमतों में 29 प्रतिशत तक की भारी वृद्धि की है।
सरकार ने राजकोषीय घाटे को कम करने और नकदी संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए यह कदम उठाया है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली सरकार ने करीब 20 दिन में ईंधन सब्सिडी में यह तीसरी कटौती की है।
वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि नई कीमतें बुधवार यानी 15 जून मध्यरात्रि से लागू हो गई हैं। पेट्रोल की कीमतों में 24 रुपये प्रति लीटर और डीजल (एचएसडी) में 59.16 रुपये प्रति लीटर की भारी वृद्धि हुई है।
इन दोनों ईंधन का इस्तेमाल सभी लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से करते हैं।
पेट्रोल की कीमतों में 25 मई को पहले ही 60 रुपये की वृद्धि की गई थी। पेट्रोल की नई कीमत 233.89 रुपये प्रति लीटर, एचएसडी की 263.31 रुपये प्रति लीटर और केरोसिन या मिट्टी के तेल की कीमत 211.47 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सभी उत्पादों की कीमतों को अब उनके खरीद मूल्य पर लाया गया है और सब्सिडी या मूल्य अंतर के तत्व को समाप्त कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री शरीफ ने बृहस्पतिवार को अलोकप्रिय कदमों का बचाव करते हुए कहा कि सरकार के पास ‘कोई विकल्प नहीं था।’’ उन्होंने इसके लिए उन लोगों को जिम्मेदार ठहराया जिन्होंने आईएमएफ के साथ अबतक का सबसे खराब समझौता किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम तेल की कीमतों में वृद्धि नहीं करते हैं, तो देश को ‘चूक’ का सामना करना पड़ सकता है।’’
भाषा रिया अजय
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