(पायल बनर्जी)
नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अपनी ‘हील बाय इंडिया’ पहल के तहत बीमारियों के बोझ और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की कमी के आधार पर विदेश में सभी श्रेणियों में ऐसे कर्मियों की जरूरत को लेकर खाका तैयार करने के लिए एक अध्ययन कर रहा है। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
‘‘हील बाय इंडिया’’ पहल के तहत सरकार का लक्ष्य भारत को अपनी प्रशिक्षित और कुशल जनशक्ति के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में एक वैश्विक स्रोत के रूप में पेश करना है। एक सूत्र ने कहा कि अध्ययन के प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार अमेरिका में स्त्री रोग विशेषज्ञों और दंत चिकित्सकों की आवश्यकता है, जबकि जर्मनी, स्वीडन, नीदरलैंड, अमेरिका, सिंगापुर, नेपाल, क्यूबा और इजराइल में नर्सों की आवश्यकता है।
सूत्र ने कहा कि इसके अलावा, नीदरलैंड, अमेरिका, सिंगापुर और क्यूबा में फिजियोथेरेपिस्ट तथा अमेरिका और इजराइल में रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजिस्ट की आवश्यकता है। मंत्रालय डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट सहित सभी श्रेणियों के स्वास्थ्य पेशेवरों के बारे में ऑनलाइन जानकारी इकट्ठा कर रहा है, जिसमें उन देशों के नामों का भी उल्लेख है जहां वे अपनी सेवाएं देना चाहते हैं।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा विकसित किए जा रहे इस पोर्टल की शुरुआत 15 अगस्त को होने की संभावना है। यह पोर्टल 15 जून तक बनकर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद स्वास्थ्य पेशेवर इस पर अपना पंजीकरण करा सकेंगे।
एक अधिकारी ने कहा कि उनके पास अपनी सामान्य पृष्ठभूमि की जानकारी के अलावा जिन भाषाओं को वे जानते हैं, वीजा और देश-विशिष्ट योग्यता परीक्षा विवरण समेत उन देशों का उल्लेख करने का विकल्प होगा, जहां वे काम करना चाहते हैं।
एक अधिकारी ने पूर्व में पीटीआई-भाषा को बताया था, ‘‘पोर्टल शुरू हो जाने पर बाहरी हितधारक जैसे कि भारत या विदेश के रोगी और भर्ती करने वाले, दवा की विशेषता या प्रणाली, ज्ञात भाषाओं और जिस देश में वे काम करना पसंद करेंगे, के आधार पर किसी जरूरी पेशेवर की तलाश करने में सक्षम होंगे।’’
स्वास्थ्य सेवा पेशेवर जो पोर्टल पर खुद को पंजीकृत कर सकते हैं, उनमें आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली, दंत चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट और संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवरों की 56 श्रेणियां शामिल हैं।
एनएचए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, भारतीय दंत चिकित्सा परिषद, भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय आयोग, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग, भारतीय नर्सिंग परिषद, भारतीय फ़ार्मेसी परिषद और संबद्ध एवं स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायों के लिए राष्ट्रीय आयोग जैसे विभिन्न नियामक निकायों के सहयोग से स्वास्थ्य पेशेवरों के डेटा का मिलान कर रहा है।
भाषा आशीष नरेश
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