कोट्टयम, 11 जून (भाषा) केरल के बहुचर्चित सोना तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन के खिलाफ ताजा खुलासे के बाद विपक्षी पार्टियां लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रही हैं।
इस पूरे मामले को लेकर विजयन ने शनिवार को विरोधियों पर पलटवार करते हुए कहा कि इन आरोपों का उन पर और न ही उनकी सरकार पर किसी भी तरह का असर पड़ने वाला है तथा उन्हें अभी भी राज्य के लोगों का पूरा समर्थन और विश्वास हासिल है।
सोने की तस्करी मामले की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा विजयन और उनके परिवार के खिलाफ हाल ही में किए गए खुलासे का जिक्र किए बिना मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चुनाव से पहले उनकी सरकार के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाए गए थे, लेकिन लोगों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें 99 सीटों के साथ राज्य में फिर से शासन करने का जनादेश दिया।
विजयन ने यहां केरल राजपत्रित अधिकारी संघ (केजीओए) के सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर कहा, ‘‘हम अब लोगों के अधिक ऋणी हैं। हम निश्चित रूप से देश के हितों के खिलाफ किसी भी ताकत के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।’’
विजयन ने आरोप लगाने वालों को उन्हें डराने की कोशिश नहीं करने और हथकंडे नहीं अपनाने की चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के प्रयासों का कोई परिणाम नहीं निकलने वाला है।
मुख्यमंत्री ने सोना तस्करी मामले के आरोपियों के बयानों से जुड़ी खबरों को कथित रूप से इतना अधिक महत्व देने के लिए मीडिया के प्रति अपनी नाराजगी भी व्यक्त की।
सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा शुक्रवार को जारी एक व्यक्ति के साथ उनकी कथित बातचीत के ऑडियो क्लिप ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विजयन के इस्तीफे की मांग कर रहे विपक्ष के प्रदर्शन में आग में घी डालने का काम किया।
स्वप्ना ने शुक्रवार को अपने दावे को साबित करने के लिए एक व्यक्ति के साथ अपनी कथित बातचीत का ऑडियो क्लिप जारी किया। इस व्यक्ति के बारे में उनका दावा है कि सरकार में शक्तिशाली लोगों के साथ उसका संपर्क है।
उन्होंने दावा किया कि तस्करी गतिविधियों में मुख्यमंत्री विजयन और उनके परिवार के सदस्यों की कथित भूमिका पर हाल ही में एक मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए उनके बयान से उत्पन्न स्थिति पर समझौता करने के उद्देश्य से उनसे संपर्क किया गया था।
कथित ऑडियो क्लिप में जो व्यक्ति है वह एक पूर्व पत्रकार है। उसका नाम शाज किरन है। ऑडियो में किरन को स्वप्ना से यह कहते हुये सुना जा सकता है कि उसने अदालत के समक्ष अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत बयान क्यों दर्ज करवाया है । उसने यह भी कहा कि तस्करी के संबंध में अपने परिवार को निशाना बनाने वाले आपके (स्वप्ना के) बयान को मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी स्वप्ना सुरेश को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक अन्य आरोपी संदीप नायर के साथ 11 जुलाई, 2020 को बेंगलुरु से हिरासत में लिया था।
गौरतलब है कि एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीमा शुल्क विभाग ने पांच जुलाई, 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के राजनयिक सामान से 15 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया था।
इस मामले में अब तक मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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