पुणे (महाराष्ट्र), 11 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता चित्रा वाघ ने शनिवार को मुंबई पुलिस द्वारा जारी एक कथित परिपत्र की निंदा की जिसमें अधिकारियों को संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) से मंजूरी मिलने के बाद यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून के तहत मामले दर्ज करने को कहा गया है।
वाघ ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि परिपत्र छह जून को मुंबई पुलिस आयुक्त ने जारी किया था और सवाल किया कि क्या उन्हें इस तरह के आदेश जारी करने का अधिकार है।
भाजपा नेता ने दावा किया, ‘‘परिपत्र में कहा गया है कि शिकायतकर्ता की पुरानी दुश्मनी या संपत्ति विवाद के कारण कभी-कभी पॉक्सो कानून के तहत और छेड़छाड़ के मामले दर्ज कराए जाते हैं। परिपत्र में कहा गया है कि लोगों को बिना सत्यापन के गिरफ्तार किया जाता है और बाद में छोड़ना पड़ता है। परिपत्र के अनुसार इससे गिरफ्तार व्यक्ति की छवि खराब होती है।’’
वाघ ने आरोप लगाया, ‘‘परिपत्र में कहा गया है कि इस स्थिति को रोकने के लिए सभी कर्मियों को ऐसे मामले दर्ज करने से पहले एसीपी की अनुमति लेनी होगी। क्या पुलिस महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों को बचाने की कोशिश कर रही है? इस आदेश को वापस लिया जाना चाहिए। क्या मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को इस परिपत्र के बारे में पता है? यह अवैध है।’’
भाषा आशीष नेत्रपाल
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