भद्रवाह/श्रीनगर, 10 जून (भाषा) पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा नेताओं की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उत्पन्न तनाव के मद्देनजर जम्मू के भद्रवाह और किश्तवाड़ के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया, जबकि कश्मीर के कुछ हिस्सों में बंद जैसी स्थिति रही। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पैगंबर के बारे में विवादित टिप्पणी करने वाले अपने दोनों नेताओं को निलंबित कर चुकी है। कश्मीर के भद्रवाह, किश्तवाड़ और श्रीनगर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। कश्मीर के कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवा भी रोक दी गई है।
भद्रवाह में पथराव की छिटपुट घटनाएं हुई हैं। प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए कुछ लोग सड़कों पर उतर आए और नारेबाजी के बीच सुरक्षा बलों पर पथराव किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि भद्रवाह में पथराव की मामूली घटना हुई थी लेकिन इस पर काबू पा लिया गया। घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
भाजपा से निलंबित नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में बृहस्पतिवार को डोडा के भद्रवाह में सैकड़ों लोगों ने धरना दिया। कई दौर की बातचीत के बाद, प्रदर्शनकारी सड़क खाली करने के लिए तैयार हो गए और बगल की जामा मस्जिद में प्रवेश कर गए। भड़काऊ भाषणों के कथित वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। पुलिस ने एक मामला दर्ज कर लोगों को कानून अपने हाथ में नहीं लेने के लिए आगाह किया।
हालांकि, आधी रात के आसपास तनाव तब बढ़ गया जब मस्जिद से बाहर आई दो महिलाओं ने दावा किया कि शहर में कर्फ्यू लागू करा रहे सुरक्षा बलों ने उनके साथ मारपीट की।
सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया, जिन्हें बाद में आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। अतिरिक्त उपायुक्त सहित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रदर्शनकारियों को यह आश्वासन दिए जाने के बाद तनाव कम हुआ कि दोनों महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में जांच की जाएगी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) मुकेश सिंह ने जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार के साथ भद्रवाह का दौरा किया और वहां के हालात का जायजा लिया। बाद में, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए गए हैं और मीडिया से उन क्षेत्रों में नहीं जाने का अनुरोध किया जहां पथराव हुआ था क्योंकि इससे स्थिति बिगड़ सकती थी। उन्होंने कहा कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के संवेदनशील इलाकों और घाटी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। सिंह ने कहा कि भद्रवाह शहर में मस्जिद मोहल्ला, सदर बाजार और पसरी बस स्टैंड इलाके में पुलिस ने मार्च किया।
कश्मीर में, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीनगर और घाटी में अन्य जगहों पर संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
श्रीनगर के कुछ इलाकों में शुक्रवार को सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। हालांकि, लाल चौक, बटमालू और आसपास के इलाकों में कार्यालय तथा स्कूल खुले होने के कारण सड़कों पर अन्य वाहन नजर आए।
अधिकारियों ने किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए कुछ क्षेत्रों में एहतियातन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
लाल चौक, बटमालू, तेंगपुरा और श्रीनगर के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार की नमाज के बाद पुरुषों और महिलाओं ने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और अब तक कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। केंद्रीय मंत्री एवं उधमपुर के सांसद जितेंद्र सिंह ने शांति तथा सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
जम्मू क्षेत्र के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘एहतियाती तौर पर डोडा और किश्तवाड़ जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है।’’ पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘भड़काऊ भाषण मामले में कार्रवाई की गई है। भद्रवाह थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। कानून हाथ में लेने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।’’
संभागीय आयुक्त और डीआईजी धर्मगुरुओं के साथ बैठक करने वाले हैं और उन्हें अपने समुदाय के सदस्यों को शांति बनाए रखने के लिए समझाने को कहा गया है।
मौलवी आदिल गनई पर बृहस्पतिवार को भद्रवाह में भड़काऊ और नफरत भरे भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया। उन्होंने एक विशेष समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगी। गनई ने संवाददाता से कहा, ‘‘यह किसी समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि एक खास व्यक्ति के खिलाफ था। इसके बावजूद, मैंने एक समुदाय की भावनाओं को आहत किया, मैं माफी चाहता हूं।’’ गनई ने कहा कि उन्होंने भावुकता में यह टिप्पणी की।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘उम्मीद करता हूं कि लोग संयम से काम लेंगे। जम्मू-कश्मीर में भद्रवाह और उसके आसपास फैले सांप्रदायिक तनाव के अलावा पहले से ही कई समस्याएं हैं। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। मैं अपने पार्टी सहयोगियों से स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य बनाने में मदद देने का आग्रह करता हूं।’’
भाषा आशीष उमा
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