कानपुर (उत्तर प्रदेश), नौ जून (भाषा) कानपुर पुलिस ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही कानपुर में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है।
पुलिस ने बताया कि काकादेव इलाके से गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान गौरव राजपूत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम), बी. बी. जी. टी. एस. मूर्ति ने बताया कि पुलिस को गौरव राजपूत के बारे में जानकारी मिली थी कि उसने कथित रूप से अपने फेसबुक अकाउंट पर दूसरे समुदाय को निशाना बनाकर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट डालाथा और उसे दूसरों के साथ साझा किया था।
डीसीपी ने कहा कि काकादेव पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गौरव को गिरफ्तार कर मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट-आठ की अदालत में पेश किया गया, जिन्होंने उसे एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि तीन जून, शुक्रवार की नमाज के बाद कानपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी क्योंकि दो समुदायों के सदस्यों ने एक टीवी बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के विरोध में दुकानों को बंद करने के प्रयासों में ईंट-पत्थर और बम फेंके थे।
इस बीच, निर्दोष व्यक्तियों की गिरफ्तारी और हिंसा के संबंध में गलत तरीके से फंसाए जाने की कई शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने अपर आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया है।
इस समिति में दो उपायुक्त (पूर्व और पश्चिम), प्रमोद कुमार और बीबीजीटीएस मूर्ति और एक सहायक आयुक्त (अनवरगंज), अकमल खान इसके सदस्य होंगे जो जांच में एसीपी तिवारी की सहायता करेंगे।
समिति को शिकायतें सुनने और आरोपों की ठीक से जांच कर आगे की कार्रवाई करने की जिम्मेदारी दी गई है।
मामले की जांच कर रही एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हिंसा के कुछ नए वीडियो सामने आए हैं जिसमें बदमाशों को पेट्रोल और पत्थर फेंकते देखा जा सकता है।
अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी उन्नाव में शुक्रवार को दुकानदारों से अपनी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील करने वाले पोस्टरों के बारे में भी पुलिस अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है और उन्हें कानून-व्यवस्था बनाए रखने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह ‘कुछ शरारती तत्वों’ की करतूत प्रतीत होती है।
अपर पुलिस आयुक्त, कानून और व्यवस्था, आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि कल जुमे :शुक्रवार: की नमाज के मद्देनजर यहां मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी), रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और नागरिक पुलिस सहित पुलिस बल की भारी तैनाती करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने तक पुलिस बल की तैनाती रहेगी।
पुलिस के जानकार सूत्रों ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी, जिनकी गिरफ्तारी शनिवार को हजरतगंज लखनऊ से की गई थी, को कुछ साल पहले ही विदेश से धन प्राप्त हुआ था।
उन्होंने बताया कि कानपुर के बाबूपुरवा क्षेत्र के एक निजी बैंक में एक खाता खोला गया था जिसमें पहले 3.54 करोड़ रुपये 2019 में जमा किए गए थे। लेकिन, वर्तमान में, उनके खातों में केवल 11 लाख रुपये बचे हैं, जिससे संदेह पैदा हुआ, हालांकि इस मामले पर अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
भाषा सं जफर सुरेश अर्पणा
अर्पणा
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