नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बुधवार को कहा कि एथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल के इस्तेमाल से देश में 41,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है।
टिकाऊ गतिशीलता पर ऑटो उद्योग निकाय सियाम के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि सरकार टिकाऊ परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरीकों से काम कर रही है।
चौबे ने कहा, ‘‘भारत ने हाल ही में पिर्धारित लक्ष्य से पांच महीने पहले 10 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य हासिल किया, जिससे देश के लिए 41,000 करोड़ रुपये से अधिक के ईंधन आयात खर्च की बचत हुई।’’
उन्होंने कहा कि इस पहल से किसानों को काफी लाभ हुआ है।
चौबे ने कहा, ‘‘हमारा अगला लक्ष्य 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण हासिल करना है और इसे 2025-26 तक पूरा करने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि यह देश के ईंधन आयात और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
चौबे ने कहा कि पीएम गति शक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान भी पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने का प्रचलन बढ़ रहा है और यह लंबे समय में देश के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
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