पणजी, 30 मई (भाषा) पुर्तगाली शासन के खिलाफ पहले मुक्ति संग्राम की स्मृति में गोवा हर साल 15 जुलाई को दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को यह जानकारी दी।
वह गोवा राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। समारोह में राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई भी मौजूद थे।
सावंत ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के लिए साल में एक दिन निर्धारित करें।
उन्होंने कहा कि यह वह दिन है जब कोई मुख्यमंत्री, मंत्री या राज्य का कोई प्रतिनिधि राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देगा।
सावंत ने कहा कि गोवा ने 15 जुलाई को कंकोलिम विद्रोह की स्मृति के रूप में मनाने का फैसला किया है, जो 1583 में तत्कालीन पुर्तगाली सरकार के खिलाफ पहला विद्रोह था।
विद्रोह दक्षिण गोवा जिले के कंकोलिम गांव में हुआ था। इस घटना में एक पुर्तगाली नागरिक और 14 गोवावासियों के साथ पांच जेसुइट पादरी (सोसाइटी ऑफ जीसस के सदस्य) मारे गए थे।
तब गोवा, केंद्र शासित प्रदेश गोवा, दमन और दीव का ही एक हिस्सा था। गोवा को 30 मई, 1987 को राज्य का दर्जा दिया गया था।
सावंत ने कहा कि गोवा को 1987 में राज्य का दर्जा दिए जाने के बाद से काफी विकास हुआ है।
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प्रशांत मनीषा
मनीषा
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