नई दिल्ली: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा अनुमोदित पाकिस्तान का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को नई दिल्ली का दौरा करेगा. इस दौरान दोनों पक्षों के सिंधु जल संधि के हिस्से के रूप में प्रमुख परियोजनाओं पर चर्चा करने की संभावना है.
बैठक के दौरान दोनों पक्ष बाढ़ की अग्रिम सूचना और सिंधु जल के स्थायी आयोग (PCIW) की सालाना रिपोर्ट पर विचार-विमर्श करेंगे.
दोनों पक्षों के सिंधु जल संधि के अनुच्छेद IX के तहत 1,000 मेगावाट की पाकल दुल, पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों पर भारत की बनाई जा रही 48 मेगावाट निचली कलनई और 624 मेगावाट की किरू परियोजना हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट पर भी विचार किया जा सकता है.
पाकिस्तान के सिंधु जल आयुक्त सैयद मेहर अली शाह ने कहा, ‘PCIW स्तर पर यह 118वीं द्विपक्षीय बैठक होगी. इससे पहले, दोनों देशों ने 2-4 मार्च, 2022 को इस्लामाबाद में तीन दिवसीय वार्ता की थी.’
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल झेलम और चिनाब नदियों जैसी पाकिस्तानी नदियों पर बन रही किसी भी हाईड्रो प्रोजेक्ट का दौरा नहीं करेगा. हालांकि, दोनों पक्ष कुछ परियोजनाओं पर आगे की बातचीत भी करेंगे जो पाकिस्तान के दृष्टिकोण में सिंधु जल संधि 1960 के प्रावधानों के अनुसार नहीं हैं.
प्रतिनिधिमंडल वाघा सीमा के माध्यम से भारत आएगा जिसमें दोनों देश 30 मई और 31 मई को नई दिल्ली में PCIW स्तर की वार्ता करेंगे और फिर 1 जून को पाकिस्तान लौट आएंगे.
बता दें कि इससे पहले भारत-पाकिस्तान स्थायी सिंधु आयोग की बैठक 23-24 मार्च 2021 को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी.
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