नई दिल्ली: शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि खेल मंत्री अशोक चांदना की ‘उन्हें मंत्री पद से मुक्त करने’ की टिप्पणी को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि हो सकता है कि मंत्री ने किसी प्रकार के तनाव के चलते ऐसी बात कह दी हो.
गौतलब है कि चांदना ने गुरुवार की रात मुख्यमंत्री गहलोत को संबोधित करते हुए ट्वीट किया था ‘माननीय मुख्यमंत्री जी, मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है कि मुझे इस जलालत भरे मंत्री पद से मुक्त कर मेरे सभी विभागों का चार्ज कुलदीप रांका जी को दे दिया जाए, क्योंकि वैसे भी वो ही सभी विभागों के मंत्री हैं.’
माननीय मुख्यमंत्री जी मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है की मुझे इस ज़लालत भरे मंत्री पद से मुक्त कर मेरे सभी विभागों का चार्ज श्री कुलदीप रांका जी को दे दिया जाए, क्योंकि वैसे भी वो ही सभी विभागों के मंत्री है।
धन्यवाद— Ashok Chandna (@AshokChandnaINC) May 26, 2022
रांका मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव हैं.
इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने राज्य में प्रस्तावित ग्रामीण ओलंपिक का जिक्र किया. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘राज्य में ग्रामीण ओलंपिक होने हैं जिनमें 30 लाख से अधिक लोग भाग लेंगे. इतना बड़ा भार उन (चांदना) पर है. हो सकता है कि वह किसी प्रकार के तनाव में आ गए हों और टिप्पणी कर दी.’
गहलोत ने कहा, ‘उसको ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. मेरी उनसे बातचीत नहीं हुई है. दबाव में काम करते लग रहे हैं, इतनी बड़ी जिम्मेवारी उन पर आ गई है, देख लेंगे.’
He is under a lot of work pressure. He might have come under tension and made a statement, we should not take it seriously. I am yet to speak to him: Rajasthan CM Ashok Gehlot on Sports & Youth Affairs minister Ashok Chandna pic.twitter.com/DZxksWyslu
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 27, 2022
वहीं मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने चांदना के ट्वीट को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधा.
राजस्थान भाजपा प्रमुख सतीश पूनिया ने ट्वीट कर तंज कस्ते हुए कहा कि, ‘जहाज़ डूब रहा है… 2023 के रुझान आने शुरू.’
जहाज़ डूब रहा है… 2023 के रुझान आने शुरू। pic.twitter.com/dk1RhEfsPr
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) May 26, 2022
चांदना का यह ट्वीट उस समय सामने आया है जब पिछले हफ्ते ही सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री गहलोत को भेजा है. विधायक ने डूंगरपुर जिले में उनपर हंगामा करने का मुकदमा दर्ज होने के बाद यह कदम उठाया.
उल्लेखनीय है कि राज्य से राज्यसभा की चार सीटों के लिए अगले महीने चुनाव होने जा रहे हैं और इससे पहले कांग्रेस एकजुट दिखाने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार दिन में भी ही कहा था कि ‘कांग्रेस एक है और एकजुट है राज्यसभा की चार में से तीन सीटें जीतेगी.’