मुंबई, 26 मई (भाषा) कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और विदेशी पूंजी की सतत निकासी के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से बृहस्पतिवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे की गिरावट के साथ 77.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
हालांकि, घरेलू शेयर बाजार की तेजी और विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से रुपये की गिरावट पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 77.54 पर खुला और दिन के कारोबार में 77.65 के निचले स्तर से लेकर 77.52 के उच्चतम स्तर के दायरे में घूमने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की गिरावट के साथ 77.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बुधवार को रुपया 77.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘‘भारतीय रुपया अन्य क्षेत्रीय मुद्राओं, विशेष रूप से चीनी युआन के अनुरूप है जिनका कमजोर वृद्धि दर की आशंका और केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रवैये के कारण डॉलर के मुकाबले मूल्यह्रास हुआ है। मासांत की डॉलर मांग और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के कारण भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।’’
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 503.27 अंक की बढ़त के साथ 54,252.53 अंक पर बंद हुआ।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.23 प्रतिशत घटकर 101.83 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.81 प्रतिशत बढ़कर 114.95 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
भाषा राजेश राजेश अजय
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