कोलकाता, 25 मई (भाषा) गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के सुप्रीमो बिमल गुरूंग ने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के चुनाव को टालने एवं जमीन के कुछ हिस्सों को उसके क्षेत्राधिकार में शामिल करने के वास्ते दबाव डालने के लिए बुधवार को ‘अनिश्चितकालीन’ भूख हड़ताल शुरू की।
जीजेएम महासचिव रोशन गिरि ने कहा, ‘‘ बिमल जी पहाड़ के लोगों के अधिकारों के वास्ते संघर्ष कर रहे हैं। आज उन्होंने 396 मौजों को जीटीए के क्षेत्राधिकार में शामिल करने वास्ते दबाव बनाने के लिए अपनी भूखहड़ताल शुरू की। ’’
गुरूंग ने 26 जून को होने वाले जीटीए चुनाव को भी स्थगित करने की भी मांग की है।
पिछले सप्तााह उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से चुनाव तब तक के लिए टाल देने की अपील की थी जब तक जीजेएम द्वारा सौंपे गया गया प्रस्ताव ज्ञापन (एमओपी) को पहाड़ में लागू नहीं कर दिया जाता।
एमओपी में संधि की तय प्रक्रिया के अनुसार 396 गोरखा मौजों को शामिल किये जाने के अलावा बाकी विभागों को भी जीटीए को सौंपे जाने की मांग का उल्लेख है।
दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र का प्रशासन चलाने के लिए 2011 में स्वायत्त निकाय जीटीए बना था जिसका पिछला चुनाव 2012 में हुआ था। तब जीजेएम ने सभी 45 सीटें जीती थीं।
भाषा
राजकुमार उमा
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