नयी दिल्ली, 25 मई (भाषा) भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे-बोक ने बुधवार को कहा कि दोनों देशों को इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं को तलाशने के लिए चर्चा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वाहनों के इंजन से जुड़े नियम सख्त होते जा रहे हैं और अगर यही प्रवृत्ति जारी रही तो कलपुर्जा उद्योग को जल्द ही बड़े पैमाने पर पुनर्गठन का सामना करना पड़ेगा।
जे-बोक ने कहा, ‘‘इसलिए दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक परिवर्तन के इस महत्वपूर्ण समय में ईवी उद्योग में द्विपक्षीय सहयोग और क्षेत्र में उभरते अवसर की संभावनाओं को तलाशने के लिए चर्चा करना बहुत महत्वपूर्ण है।’’
कोटरा की तरफ से आयोजित कोरिया-भारत ईवी सहयोग मंच में राजदूत ने कहा, ‘मेरी राय में कोरिया की प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षमता को इलेक्ट्रिक वाहनों द्वारा संचालित स्वच्छ गतिशीलता की ओर बढ़ने की भारत की आकांक्षा के साथ जोड़ने पर एक शक्तिशाली तालमेल उत्पन्न किया जा सकता है।’
कोरिया व्यापार निवेश संवर्धन एजेंसी (कोटरा) कोरियाई सरकार द्वारा संचालित व्यापार संवर्धन शाखा है।
भाषा जतिन अजय
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