नयी दिल्ली, 24 मई (भाषा) केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने मंगलवार को कचरा मुक्त शहरों के लिए ‘अपशिष्ट से समृद्धि की ओर’ विषय के साथ ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2023’ शुरू किया। यह वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण का आठवां संस्करण है
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सर्वेक्षण स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 के तहत ‘3 आर’ के सिद्धांत – ‘रिड्यूस’ (कम करना), ‘रीसायकल’ (पुनर्चक्रण) और ‘रीयूज’ (पुन: उपयोग) को प्राथमिकता देगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि ‘‘स्वच्छ सर्वेक्षण’’ केवल एक मूल्यांकन माध्यम के बजाय एक प्रेरणादायक माध्यम के रूप में विकसित हुआ है।
इसमें कहा गया है कि सबसे बड़े सर्वेक्षण ने जमीनी स्तर पर महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं, शहरों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इसे लेकर गर्व की भावना है। जोशी ने कहा कि ‘‘स्वच्छ सर्वेक्षण’’ न केवल शीर्ष प्रदर्शन करने वालों के लिए है, बल्कि कम उपलब्धि हासिल करने वालों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मंत्रालय ने कहा कि ‘‘स्वच्छ सर्वेक्षण’’ 2022 में 4,355 शहर और 85,860 वार्ड शामिल थे।
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