नयी दिल्ली, 22 मई (भाषा) अमेजन ने फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (एफआरएल) के 835 स्टोर रिलायंस समूह को हस्तांतरित करने के मामले में एफआरएल के स्वतंत्र निदेशकों पर ‘धोखेबाजी वाली हरकत’ करने का आरोप लगाया है।
अमेजन ने 19 मई को एफआरएल के स्वतंत्र निदेशकों को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस हस्तांतरण के लिए बड़े पैमाने पर किराया बाकी रहने का तर्क एक ‘फरेब’ था क्योंकि इस तरह के कदम से एक महीने पहले ही कहा गया था कि बकाया किराया केवल 250 करोड़ रुपये है।
एफआरएल के साथ कानूनी विवाद में उलझी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने कहा है कि एफआरएल ने अपने किसी भी स्टोर का परिचालन बंद किए बिना उसे रिलायंस के हाथों सौंप दिया। उसने कहा है कि बड़े पैमाने पर किराया बाकी रहने की वजह से 835 खुदरा स्टोर को रिलायंस के सुपुर्द कर देने से जुड़ा कोई भी दावा नियामकों, ऋणदाताओं, शेयरधारकों और अदालतों के सामने झूठ एवं फरेब परोसने के सिवाय कुछ नहीं था।
फ्यूचर ग्रुप को अक्टूबर 2020 में सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र में घसीटने के बाद दोनों ही पक्ष लंबे कानूनी विवाद में उलझे हुए हैं। अमेजन का आरोप है कि फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस रिटेल के साथ 24,713 करोड़ रुपये का बिक्री समझौता कर वर्ष 2019 में उसके साथ हो चुके निवेश समझौते का उल्लंघन किया है।
हालांकि रिलायंस ने पिछले महीने इस बिक्री समझौते को फ्यूचर समूह की कंपनियों की आपात बैठक में मंजूरी नहीं मिलने के बाद इस करार से अपने हाथ पीछे खींच लिए थे।
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