भोपाल, 22 मई (भाषा) कांग्रेस के राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए देश के कुछ हिस्सों में अपराधियों की संपत्तियों को ध्वस्त करने की वर्तमान में चल रही ‘बुलडोजर संस्कृति’ की आलोचना की और इसे अलोकतांत्रिक करार दिया, साथ ही सवाल किया कि अगर कथित अपराधियों के खिलाफ उनकी संपत्तियों को ध्वस्त करके कार्रवाई की जा रही है, तो न्यायिक प्रणाली का क्या उपयोग है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिये ज्ञानवापी मस्जिद जैसे मुद्दों को उछाला जा रहा है।
तन्खा ने शनिवार रात यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुए कहा, ‘‘मैं अपराधियों से निपटने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचलित इस बुलडोजर संस्कृति के खिलाफ हूं ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह व्यवस्था उन्हें देश के कानून के अनुसार (खुद का बचाव करने के लिए) कोई अवसर नहीं देता है और भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में इसे मंजूरी नहीं दी जा सकती, मैं इसे पूरी तरह से अस्वीकार करता हूं क्योंकि यह अलोकतांत्रिक है।’’
भाजपा शासित मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में अपराध करने वाले लोगों की संपत्तियों पर बुलडोजर चला कर उसे नष्ट करने के बारे में पूछे गये सवाल का कांग्रेस सांसद जवाब दे रहे थे।
एक अन्य सवाल के जवाब में तन्खा ने राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी ए जी पेरारिवलन की रिहाई का विरोध किया । उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया था।
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