नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) ऊतक संवर्धन प्लांट के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने एक वेबिनार का आयोजन किया।
वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में इस वेबिनार की जानकारी दी। निर्यातकों ने बिजली की बढ़ती लागत, प्रयोगशालाओं में संक्रमण के मुद्दों, सूक्ष्म प्रचारित रोपण सामग्री के परिवहन की लागत का मुद्दा उठाया। इसके अलावा अन्य देशों के साथ एचएस कोड में सामंजस्य की कमी की तरफ भी एपीडा के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया गया।
भारत से ऊतक संवर्धन प्लांट का आयात करने वाले शीर्ष दस देश नीदरलैंड्स, अमेरिका, इटली, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, केन्या, सेनेगल, इथियोपिया और नेपाल हैं।
वित्त वर्ष 2020-21 में भारत का ऊतक संवर्धन निर्यात 1.717 करोड़ डॉलर रहा था। इसमें आधा निर्यात अकेले नीदरलैंड्स को किया गया था।
एपीडा ने निर्यातकों से उन विशेष पौधों या फसलों के लिए जर्मप्लाज्म की सूची उपलब्ध कराने को कहा है जिन्हें उत्पादक देशों से आयात किया जा सकता है।
भाषा प्रेम मानसी
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