रायपुर, छह मई (भाषा) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में कथित लापरवाही के आरोप में अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए शुक्रवार को अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान वन विभाग के तीन अधिकारियों समेत चार लोगों को निलंबित करने का आदेश दिया।
राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां बताया कि सभी 90 विधानसभा क्षेत्र के लोगों से सीधा संपर्क के लिए निकले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘भेंट—मुलाकात’ अभियान के तीसरे दिन शुक्रवार को सूरजपुर और बलरामपुर जिले के विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने गौठान के कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में सूरजपुर वन मंडल के वन मण्डलाधिकारी मनीष कश्यप, वन मंडल के उप वन मंडलाधिकारी रहे बुधसाय भगत और वन परिक्षेत्र अधिकारी एस संस्कृति बारले को निलंबित करने का आदेश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान जब बलरामपुर जिले की जनता ने वाड्रफनगर के पटवारी पन्नेलाल की शिकायत की तब उन्हें भी तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया गया।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य शासन ने 2015 बैच के भारतीय वन सेवा के अधिकारी कश्यप, सेमरसोत वन्यजीव अभयारण्य (बलरामपुर) के अधीक्षक भगत, वन परिक्षेत्र अधिकारी (घुई परिक्षेत्र-सूरजपुर) बारले और पटवारी पन्नेलाल का निलंबन आदेश जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि भगत सूरजपुर वन मंडल में उप वनमंडलाधिकारी के पद पर तैनात थे।
अधिकारियों ने बताया कि अपनी सरकार के कामकाज और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों से सीधी प्रतिक्रिया लेने के लिए ‘भेंट मुलाकात’ अभियान के तहत बघेल शुक्रवार को प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुर गांव पहुंचे थे।
भाषा संजीव अर्पणा
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