मुंबई, छह मई (भाषा) एल एंड टी इंफोटेक और माइंडट्री ने शुक्रवार को विलय की घोषणा की। इस विलय से एक बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी अस्तित्व में आएगी जिसका राजस्व संयुक्त रूप से 3.5 अरब डॉलर होगा। एक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान में कहा गया कि विलय के बाद बनने वाली कंपनी का नाम ‘एलटीआई माइंडट्री’ रखा जाएगा। पूरी तरह से शेयर आधारित सौदे में माइंडट्री के प्रत्येक 100 शेयरों के लिए एल एंड टी इंफोटेक के 73 शेयर जारी किये जाएंगे।
नियामकों की आवश्यक मंजूरी के बाद इस विलय के अगले 11 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।
बयान के अनुसार, ‘‘विलय पूरा होने के बाद माइंडट्री के सभी शेयरधारकों को प्रत्येक 100 शेयरों के लिए एलटीआई के 73 शेयर जारी किए जाएंगे।’’
इस तरह जारी किए गए एलटीआई के नए शेयरों का कारोबार एनएसई और बीएसई पर होगा। विलय के बाद लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड समूह के पास एलटीआई में 68.73 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
बयान में कहा गया कि यह विलय हालांकि अभी शेयरधारकों और नियामक की मंजूरी के अधीन है।
एलटीआई के चेयरमैन एएम नाइक ने कहा, ‘‘एलटीआई और माइंडट्री का कारोबार एक दूसरे के पूरक है। ऐसे में यह विलय हमारे ग्राहकों, निवेशकों, शेयरधारकों और कर्मचारियों के लिए काफी फायदा का सौदा होगा।’’
विलय के बारे में विस्तार से बताते हुए नाइक ने संवाददाताओं से कहा कि डीसी चटर्जी विलय वाली कंपनी की कमान संभालेंगे।
वहीं एलटीआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजय जलोना ने निजी कारणों का हवाला देते हुए कंपनी से इस्तीफा दे दिया है।
बयान के अनुसार नियामकों की आवश्यक मंजूरी के बाद इस विलय के अगले 11 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।
भाषा जतिन रमण
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