मुंबई, पांच मई (भाषा) मुनाफा वसूली के चलते घरेलू शेयर बाजार बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में मिली बढ़त को बरकरार नहीं रख सके और अंत में लगभग सपाट बंद हुए।
कारोबार के दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 897.77 अंक या 1.61 प्रतिशत की छलांग लगाकर 56,566.80 पर पहुंच गया था। हालांकि, इसने अपनी अधिकांश बढ़त गंवा दी और अंत में सिर्फ 33.20 अंक या 0.06 प्रतिशत बढ़कर 55,702.23 पर बंद हुआ।
इसी तरह एनएसई निफ्टी 5.05 अंक या 0.03 फीसदी की मामूली तेजी के साथ 16,682.65 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में टेक महिंद्रा सबसे ज्यादा 4.07 प्रतिशत चढ़ा। इसके अलावा इंफोसिस, एचसीएल टेक्नालॉजीज, टाटा स्टील, विप्रो, आईटीसी, एचडीएफसी, टीसीएस, कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
दूसरी ओर इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, नेस्ले, अल्ट्राटेक सीमेंट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावरग्रिड, बजाज फिनसर्व और टाइटन में 4.32 प्रतिशत तक की गिरावट रही।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग गिरकर बंद हुआ, जबकि शंघाई में मामूली बढ़त थी। जापान और कोरिया के बाजार छुट्टियों के कारण बंद थे।
यूरोप में शेयर बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
फेडरल रिजर्व ने बुधवार को महंगाई पर काबू पाने के मकसद से अपनी प्रधान अल्पकालिक ब्याज दर को आधा प्रतिशत बढ़ा दिया था।
हालांकि, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अगली बैठक में 0.75 प्रतिशत बढ़ोतरी से इनकार किया। इससे वॉल स्ट्रीट पर राहत महसूस की गई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक ढंग से दर बढ़ाने की आशंका पिछले कुछ दिनों से वैश्विक अस्थिरता का प्रमुख कारण थी। फेड ने आधा प्रतिशत बढ़ोतरी कर निवेशकों की चिंताओं को कम कर दिया, जिससे वैश्विक बाजारों में तेजी हुई।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि अमेरिकी वायदा में बिकवाली के बाद घरेलू बाजार ने दिन के अंत में अपनी बढ़त गंवा दी।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाने के संबंध में नरम रुख के संकेत देने के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में जोरदार तेजी आई।
बुधवार को बीएसई स्मॉलकैप 0.32 प्रतिशत गिरा, जबकि मिडकैप सूचकांक 0.21 प्रतिशत नीचे आ गया।
क्षेत्रवार बात करें तो बीएसई पावर में सबसे ज्यादा 1.94 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसके बाद आईटी में 1.86 फीसदी, प्रौद्योगिकी में 1.81 फीसदी और जन उपयोगी सेवाओं से जुड़ी कंपनियों में 1.51 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
दूसरी ओर रियल्टी में 1.57 फीसदी, स्वास्थ्य देखभाल में 0.56 फीसदी, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों में 0.51 फीसदी और ऊर्जा में 0.43 फीसदी की गिरावट हुई।
भारतीय रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए प्रमुख नीतिगत दर रेपो को बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया है। इससे घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट हुई।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत बढ़कर 110.4 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 3,288.18 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा पाण्डेय रमण
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