मुंबई, दो मई (भाषा) वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तीव्र गिरावट के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में नरमी रहने से सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की हल्की बढ़त के साथ 76.48 के भाव पर रहा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशों में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत रहने और विदेशी कोषों की भारतीय बाजार से निकासी जारी रहने से रुपये की मजबूती पर असर पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले हल्की बढ़त के साथ 76.48 के भाव पर खुला। शुरुआती कारोबार में इसने अपनी स्थिति मजबूत करते हुए 76.35 तक का स्तर छू लिया था।
लेकिन दोपहर के बाद इसमें गिरावट का रुख देखने को मिला और घरेलू बाजारों के असर में यह अपनी मजबूती गंवा बैठा। कारोबार के दौरान रुपया 76.35 के ऊपरी स्तर और 76.51 के निचले स्तर पर भी रहा।
कारोबार के अंत में यह 76.48 के भाव पर बंद हुआ जो दो पैसे की मामूली बढ़त को दर्शाता है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.61 प्रतिशत गिरकर 104.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.43 प्रतिशत बढ़कर 103.37 पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजारों में तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 84.88 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,975.99 अंक पर रहा। वहीं एनएसई निफ्टी में 33.45 अंक यानी 0.20 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का भारतीय शेयर बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को विदेशी निवेशकों ने 3,648.30 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की।
भाषा
प्रेम अजय
अजय
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