मुंबई, 29 अप्रैल (भाषा) जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामले महामारी की चौथी लहर के शुरुआती संकेत हैं।
नोमुरा ने हालांकि कहा कि इससे भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए निकट अवधि में कोई जोखिम नहीं है।
नोमुरा ने एक रिपोर्ट में कहा कि मध्यम अवधि में वृद्धि के लिए उच्च मुद्रास्फीति, कमजोर निजी पूंजीगत व्यय और धीमी वैश्विक वृद्धि जैसी प्रतिकूल परिस्थितियां हैं।
ब्रोकरेज फर्म के विश्लेषकों ने लिखा कि हालात के सामान्य होने और सेवा क्षेत्र के रफ्तार पकड़ने से निकट अवधि में वृद्धि को समर्थन मिलेगा। इसके अलावा उदार मौद्रिक नीति और सरकारी खर्च से भी वृद्धि को बल मिलेगा।
नोमुरा ने हाल में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया था। अर्थव्यवस्था के 2021-22 में 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
भाषा पाण्डेय रमण
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