ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा के अनुभवी नेता लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाने वाले मित्रा को मोदी-शाह नेतृत्व के तहत दरकिनार कर दिया गया है।
नई दिल्लीः पूर्व राज्य सभा सांसद और द पायनियर के संपादक चंदन मित्रा ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस में उनके शामिल होने की संभावना है।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा के अनुभवी नेता लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाने वाले मित्रा को मोदी-शाह नेतृत्व के तहत दरकिनार कर दिया गया है।
ऐसा माना जा रहा है कि दो बार राज्य सभा सांसद रह चुके मित्रा ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है लेकिन इसके बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इसे स्वीकार किया है या नहीं।
मित्रा को – 2003 और 2016 में – राज्य सभा में दो बार मनोनीत किया गया था।
2014 में, मित्रा पश्चिमी बंगाल के हुगली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार थे। मित्रा तृणमूल कांग्रेस के एक उम्मीदवार से इस सीट पर हार गए थे।
चुनाव लड़ने के अपने अनुभवों को साझा करते हुए मित्रा ने यह उल्लेख करते हुए अपने नामांकन को “आकस्मिक” बताया कि उन्होंने कैसे “अपने दोस्त” अरूण जेटली से यह पूछा था कि उन्हें (मित्रा को) चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।
निर्णय लेने के एक दिन बाद, उन्होंने तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ-साथ आडवाणी से आशीर्वाद भी माँगा था।
जबकि दिल्ली सर्कल में मित्रा भाजपा का एक प्रमुख चेहरा थे, जब भी उनको उचित लगा उन्होने पार्टी की आलोचना करने में संकोच नहीं किया। भाजपा के ऑनलाइन योद्धाओं को यह कहने, कि “उनके पास कोई बेहतर काम नहीं है”, के बाद वह ट्वीटर पर मोदी समर्थकों द्वारा गंभीर ट्रोलिंग का निशाना बने।
मित्रा ने यह भी कहा कि मई में उत्तर प्रदेश के कैराना में हुए उपचुनाव में पार्टी के हारने के बाद भाजपा ने गन्ना किसानों की समस्याओं पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया था।
Read in English : Ex-Rajya Sabha MP Chandan Mitra quits BJP, may join Mamata Banerjee’s Trinamool Congress