कोल्हापुर, 24 अप्रैल (भाषा) कोल्हापुर के राधानगरी क्षेत्र के जंगली इलाके में रखे कैमरे से लैस जाल में एक बाघ को देखा गया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इससे पहले आखिरी बार 2019 में देखे गए बाघ को शनिवार को कैमरे में देखा गया है।
अधिकारी ने कहा कि बाघों की आवाजाही पर नजर रखने के लिये कोल्हापुर के संरक्षक मंत्री सतेज पाटिल के फंड से उपलब्ध कराए गए ऐसे कई कैमरों को राधानगरी-दाजीपुर के जंगलों में रखा गया है।
अधिकारी ने कहा, ”बाघ के शरीर पर विशिष्ट धारियां हैं। अब हम कर्नाटक और गोवा में मिलने वाले बाघों की धारियों के साथ इसका मिलान करने के लिये विशेष सॉफ़्टवेयर का उपयोग करेंगे। यदि धारियां मेल खाती हैं, तो इसका मतलब है कि बाघ एक प्रवासी है, यदि नहीं, तो इसका मतलब है कि बाघ राधानगरी वन्यजीव अभयारण्य का मूल निवासी है।”
उन्होंने कहा कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील लिमये ने विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में गहन वन्यजीव निगरानी करने का निर्देश दिया है।
भाषा जोहेब उमा
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