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Tuesday, 24 September, 2024
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पाकिस्तान में शरीफ कैबिनेट में तीन कैबिनेट और एक राज्य मंत्री शामिल

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(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 22 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में शुक्रवार को तीन कैबिनेट मंत्रियों और एक राज्य मंत्री ने शपथ ली।

राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री शरीफ की उपस्थिति में ऐवान-ए-सदर में मंत्रियों को शपथ दिलायी। यह पहला अवसर था जब अल्वी और शरीफ ने किसी राजकीय कार्यक्रम में मंच साझा किया।

अल्वी ने इससे पूर्व शहबाज के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले तबीयत ठीक नहीं होने की शिकायत की थी और 19 अप्रैल को कैबिनेट को शपथ दिलाने के लिए भी उपलब्ध नहीं थे। दोनों अवसरों पर, सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजारानी ने शपथ दिलायी।

शुक्रवार को मंत्रियों के रूप में शपथ लेने वालों में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) के चौधरी सालिक हुसैन, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) के आगा हसन बलूच और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के जावेद लतीफ शामिल हैं। वहीं बीएनपी-एम के हाशिम नोटजई ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। मंत्रियों के प्रभार के बारे में ब्योरा तत्काल उपलब्ध नहीं हो सका है।

नये मंत्रियों के शामिल होने के साथ ही शरीफ के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या अब 37 हो गई है। इससे पहले, यह घोषणा की गई थी कि 34 मंत्रियों और राज्य मंत्रियों ने (मंगलवार को) शपथ ली थी, लेकिन बाद में पता चला कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के एक सांसद मुस्तफा खोखर ने अंतिम समय में शपथ नहीं ली थी क्योंकि वह राज्य मंत्री पद दिये जाने से खुश नहीं थे।

नवीनतम शपथ ग्रहण प्रधानमंत्री शहबाज द्वारा राष्ट्रपति से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए मिलने के एक दिन बाद आयोजित किया गया।

शपथ दिलाने की अल्वी की इच्छा से पता चलता है कि देश के शीर्ष दो संवैधानिक पदों पर आसीन नेताओं के बीच संबंध सुधर रहे हैं।

अल्वी पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कट्टर समर्थक हैं और शपथ दिलाने से इनकार करने से देश के प्रमुख के रूप में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े हो गए। खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष हैं। राष्ट्रपति अल्वी खान की पार्टी के सदस्य हैं।

जहां तक ​​कैबिनेट विस्तार का सवाल है, बीएनपी-एम का शामिल होना शहबाज की जीत है क्योंकि पार्टी अशांत बलूचिस्तान प्रांत के कट्टर राष्ट्रवादियों का प्रतिनिधित्व करती है।

बीएनपी-एम ने चाघी जिले में सुरक्षा बलों की गोलीबारी की घटना के विरोध में कैबिनेट में शामिल होने से इनकार कर दिया था, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई थी।

भाषा अमित नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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