नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को भारत में अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान कहा कि भारत यूक्रेन में अत्याचारों की कड़ी निंदा करता है और हर कोई भारत और रूस के ‘ऐतिहासिक संबंधों’ को समझता है.
उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजनयिक स्तर पर यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठा चुका है.
बोरिस ने साथ ही भारतीयों के लिए अधिक संख्या में ‘स्किल वीजा’का समर्थन किया है.
उन्होंने भारत के साथ एक और मुक्त व्यापार समझौता पूरा करने की उम्मीद जताई है.
उन्होने कहा, ‘हमारे पास अपनी सुरक्षा और रक्षा साझेदारी को गहरा करने का भी मौके है. जैसा कि आप जानते हैं, यूके अपनी राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा रणनीति की एकीकृत समीक्षा में हिंद-प्रशांत की ओर झुकाव कर रहा है.’
बोरिस ने कहा कि ‘विश्व अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से और इस क्षेत्र में पाई जाने वाली विश्व अर्थव्यवस्था के विकास को देखते हुए ऐसा करना सही है. भारत और यूके दोनों ही दुनिया भर में तानाशाही के बारे में चिंताओं को साझा करते हैं, हम दोनों देश लोकतंत्र हैं और हम एक साथ रहना चाहते हैं.’
बोरिस अपनी भारत यात्रा के दौरान सबसे पहले गुजरात पहुंचे. यहां उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ वडोदरा में जेसीबी कंपनी की नई यूनिट का उद्घाटन किया. इस दौरान वो जेसीबी पर बैठे हुए नजर आए.
UK PM Boris Johnson with Gujarat CM Bhupendra Patel in JCB factory at Halol GIDC, Panchmahal, Gujarat pic.twitter.com/Luslm9sW5D
— ANI (@ANI) April 21, 2022
यहां उन्होंने गांधीनगर के अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया.
#WATCH UK Prime Minister Boris Johnson visits Akshardham Temple in Gandhinagar. pic.twitter.com/Ze25mLtdbi
— ANI (@ANI) April 21, 2022
बोरिस अहमदाबाद में साबरमती आश्रम भी पहुंचे थे जहां उन्होंने चरखा चलाया. इसके बाद उन्होंने अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी से मुलाकात की थी.
जानकारी के मुताबिक, उनकी इस यात्रा से मुक्त व्यापार समझौते के प्रस्ताव में तेजी आने, हिंद प्रशात क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलने और रक्षा संबंधों के आगे बढ़ने की संभावना है.
हालांकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.
खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के साथ पीएम जॉनसन की बातचीत हिंद प्रशांत क्षेत्र के हालात पर केंद्रित रहेगी.
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