नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) ऑनलाइन भुगतान फर्म भारतपे की सबसे बड़ी शेयरधारक सिकोया कैपिटल ने रविवार को मौजूदा विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इरादतन कदाचार या धोखाधड़ी को लेकर उसका सख्त रुख जारी रहेगा।
सिकोया कैपिटल ने भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर को वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप में हटाए जाने के मामले का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया है लेकिन उसने साफ शब्दों में कहा कि कोई भी गड़बड़ी साबित होने पर वह उसे तनिक भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
अमेरिकी उद्यम पूंजी फर्म सिकोया ने एक ब्लॉग में कहा, ‘‘जहां भी हमें जरूरी लगेगा, हम कड़े कदम उठाएंगे।’’ उसने कहा कि वह कंपनियों को मूल्यवान बनाने के साथ टिकाऊ भी बनाना चाहती है।
सिकोया कैपिटल ने कहा, ‘‘हाल में कुछ कंपनियों के संस्थापकों के खिलाफ कदाचार में लिप्त रहने या खराब प्रबंधन के आरोपों की जांच हुई है। इस तरह के आरोप काफी परेशान करने वाले हैं।’’
उसने कहा कि वह संस्थापकों को लंबी भूमिका निभाने के पक्ष में रही है ताकि कंपनी को टिकाऊ बनाया जाए। इसके साथ ही सिकोया कैपिटल ने कहा, ‘‘हम टिकाऊ होने पर बल देते हैं और सिर्फ दिखावे वाले तौर-तरीकों को हतोत्साहित करते हैं।’’
सिकोया ने अपने ब्लॉग में कहा है कि स्टार्टअप पारिस्थितिकी में ऐसे प्रावधान किए जाने की जरूरत है कि कुछ गड़बड़ी करने वाले संस्थापक बड़ा नुकसान पहुंचाने की स्थिति में न आ सकें।
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प्रेम अजय
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