जयपुर, 16 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि पुलिस अधिकारी राज्य सरकार के संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन प्रदान करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बिना किसी दबाव के लोगों के जान-माल और उनके सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने कर्तव्य निर्वहन के लिए राजस्थान पुलिस की देश भर में एक अलग पहचान है। अपने ध्येय वाक्य को आत्मसात करते हुए राजस्थान पुलिस राज्य में अपराधों पर अंकुश लगाने और कमजोर-पीड़ित व्यक्ति को त्वरित न्याय दिलाने के दायित्व का पूरे समर्पण के साथ निर्वहन करे। पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी यह बात हमेशा अपने जेहन में रखें कि परिस्थितियां कैसी भी हों किसी भी व्यक्ति के साथ नाइंसाफी नहीं हो।
गहलोत ने शनिवार को राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर में ‘राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस’ के अवसर पर आयोजित परेड के निरीक्षण के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने पुलिस के सभी जवानों एवं अधिकारियों को राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस की बधाई दी। साथ ही, कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मियों को नमन किया।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस के सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण की दिशा में प्रभावी फैसले लिए हैं। पुलिस की दक्षता और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं। संसाधनों को लेकर कोई कमी नहीं रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक निर्बाध पंजीकरण लागू होने के बाद काफी बदलाव आया है। वर्ष 2017 में दुष्कर्म के 33.4 प्रतिशत मामले अदालत के माध्यम से दर्ज होते थे, अब इनकी संख्या घट कर आधी से भी कम यानि 16 प्रतिशत रह गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साइबर अपराध के लगातार बढ़ रहे मामले पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर कर आए हैं। इससे प्रभावी रूप से निपटने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2022-2023 के बजट में प्रदेश के सभी जिलों में साइबर पुलिस थाने स्थापित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पुलिस का खेल बजट 50 लाख रुपये से बढ़ाकर दो करोड़ रुपये तथा पुलिस उत्सवों के आयोजन का कोष 25 लाख रुपये से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने पुलिस स्थापना दिवस पर प्रोबेशनर आईपीएस मनीष कुमार के नेतृत्व में आयोजित भव्य परेड का निरीक्षण किया। कार्यक्रम में अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) -पुलिस मुख्यालय सौरभ श्रीवास्तव, एडीजी आईटीबीपी हेमंत प्रियदर्शी, एडीजी पुलिस कल्याण गोविन्द गुप्ता, एडीजी टेली कम्यूनिकेशन सुनिल दत्त, सेवानिवृत्त प्लाटून कमांडर हवा सिंह एवं सेवानिवृत्त हेड कांस्टेबल बनवारी लाल को ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ प्रदान किया।
इसके अलावा, 61 पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को सराहनीय सेवाओं के लिए ‘पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया। श्रीगंगानगर जिले के जैतसर थाने को सर्वश्रेष्ठ थाना का पुरस्कार दिया गया। पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने कहा कि राज्य सरकार ने इस बजट में पुलिस विभाग के लिए अपेक्षा से ज्यादा घोषणाएं की है।
भाषा पृथ्वी सुरभि
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