कोलंबो, 15 अप्रैल (भाषा) श्रीलंका की सरकारी गैस कंपनी लिट्रो गैस के अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि उनके देश ने भारत के साथ ऋण सहायता व्यवस्था के तहत रसोई गैस आयात करने की प्रक्रिया शुरू की है।
इस बीच, एक गैस माफिया पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
गौरतलब है कि श्रीलंका अपनी आजादी के बाद सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। वहां ईंधन, रसोई गैस के लिए लंबी लाइन देखने को मिल रही है। इसके अलावा महीनों से जरूरी सामान की किल्लत और घंटों बिजली कटौती से जनता परेशान है।
श्रीलंका के सबसे बड़े आयातक और रसोई गैस के आपूर्तिकर्ता लिट्रो गैस के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थेशारा जयसिंघे ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को भेजे अपने त्याग पत्र में कहा, ‘‘मैंने गैस आयात के लिए भारतीय ऋण सहायता हासिल करने को लेकर भारतीय उच्चायोग के माध्यम से एक प्रक्रिया शुरू की थी। इसे आसानी से लागू किया जा सकता है।’’
जयसिंघे ने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकार से पूरा सहयोग नहीं मिला। उन्होंने कहा कि एक गैस माफिया उनके खिलाफ काम कर रहा था।
जयसिंघे ने कहा कि गैस कारोबार में भारी भ्रष्टाचार है।
भाषा पाण्डेय रमण
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