नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) दुनिया के सबसे बड़े तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयात टर्मिनल का परिचालन करने वाली पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड देश में अपनी चौथी ‘सुविधा’ स्थापित करना चाहती है।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ए के सिंह ने कहा कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए वह चौथे टर्मिनल पर विचार कर रही है।
पेट्रोनेट गुजरात के दाहेज में 1.75 करोड़ टन वार्षिक क्षमता वाले एलएनजी आयात केंद्र का संचालन करती है। केरल के कोच्चि में भी उसका 50 लाख टन क्षमता का टर्मिनल है। कंपनी की योजना अगले तीन साल में ओडिशा के गोपालपुर में 1,600 करोड़ रुपये की लागत से तैरता एलएनजी आयात टर्मिनल स्थापित करने की है।
सिंह ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि गैस की मांग लगातार बढ़ेगी और इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नए केंद्रों की जरूरत पड़ेगी।’’ उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर सीमित उत्पादन के कारण गैस की मांग आयात के जरिये पूरी करनी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चौथे एलएनजी आयात केंद्र एवं पुन: गैसीकरण टर्मिनल की स्थापना के बारे में विचार कर सकते हैं। यह विचार अभी शुरुआती चरण में हैं और ठोस योजना बनने पर इसकी जानकारी दी जाएगी।’’
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