(मौमिता बक्शी चटर्जी)
नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) दूरसंचार नियामक ट्राई के चेयरमैन पी डी वाघेला ने मंगलवार को कहा कि स्पेक्ट्रम की कीमतों में 39 प्रतिशत की कटौती की सिफारिश युक्तिसंगत, आकर्षक तथा वैज्ञानिक आकलन पर आधारित है। कीमतों में उम्मीद से कम कटौती को लेकर उद्योग की चिंता के बीच उन्होंने यह बात कही है।
वाघेला ने पीटीआई-भाषा से कहा कि 5जी की व्यापक बाजार संभावना को देखते हुए उन्हें दूरसंचार उद्योग के नीलामी में पूरी सक्रियता के साथ भाग लेने का भरोसा है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन ने उम्मीद जतायी कि जिस आरक्षित मूल्य की सिफारिश की गयी है, वह आगामी नीलामी में बोलीदाताओं को आकर्षित करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि ट्राई का मौजूदा रुख कारोबार सुगमता, विभिन्न साझीदारों से मिले सुझाव तथा देश में 5जी के प्रसार को सुगम बनाने पर आधारित है।
ट्राई ने सोमवार को 5जी सेवाओं को लेकर 30 साल से अधिक समय के लिये विभिन्न बैंड में 7.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के स्पेक्ट्रम नीलामी की सिफारिश की। नियामक ने मोबाइल सेवाओं के लिये स्पेक्ट्रम बिक्री के लिये जिस कीमत की सिफारिश की है कि वह आरक्षित या आधार मूल्य से 39 प्रतिशत कम है।
दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के संगठन भारतीय सेल्युलर ऑपरेटर संघ (सीओएआई) ने स्पेक्ट्रम कीमतों में कटौती के बारे में ट्राई की सिफारिशों पर गहरी निराशा जताते हुए कहा कि सुझाई गई कीमतें भी बहुत ज्यादा हैं।
यह पूछे जाने पर कि उद्योग का कहना है कि कीमतों में कटौती उम्मीद से कम है, वाघेला ने कहा कि नियामक की स्पेक्ट्रम की कीमतों में 39 प्रतिशत की कटौती की सिफारिश वैज्ञानिक आकलन पर आधारित है।
उन्होंने कहा, ‘‘ट्राई मूल्यांकन को लेकर आकलन के काम को गंभीरता से लेता है और विभिन्न चीजों पर गौर करते हुए हम युक्तिसंगत आरक्षित मूल्य पर पहुंचे हैं। मूल्यांकन को 70 प्रतिशत मानते हुए कीमतें तय की हैं।’’
वाघेला ने कहा, ‘‘5जी को लेकर बाजार की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए, मुझे भरोसा है कि दूरसंचार उद्योग नीलामी में सक्रियता से भाग लेगा।’’
भाषा
रमण अजय
अजय
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