नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने कहा है कि बिजली की मांग बढ़ने से तापीय कोयले की मांग बढ़ेगी और इसलिए कोयला ब्लॉक आवंटियों के पास उत्पादन बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर है।
गर्मी का मौसम शुरू होते ही बिजली की बढ़ती मांग के बीच कोयले की कमी की खबरें आ रही हैं।
वाणिज्यिक खनन के लिए नए कोयला ब्लॉक आवंटित किए जा रहे हैं और संभावित बोलीदाताओं ने इन ब्लॉकों के लिए उत्साहजनक प्रतिक्रिया दिखाई है।
कोयला मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इनमें से कुछ ब्लॉकों ने आवंटन के एक साल के भीतर कोयला उत्पादन शुरू कर दिया है।
जैन ने कहा, ‘‘कोयला ब्लॉक आवंटियों के पास कोयला उत्पादन बढ़ाने का सुनहरा अवसर है, क्योंकि आयातित कोयले की कीमत इस समय बहुत अधिक है और देश में बिजली की मांग बढ़ने से तापीय कोयले की मांग बढ़ेगी।’’
बयान में कहा गया कि कोयला मंत्रालय के नामित प्राधिकरण ने उन कैप्टिव यानी खुद के इस्तेमाल वाले कोयला ब्लॉकों के आवंटियों के साथ कोयले के उत्पादन की समीक्षा की है, जिनके कोयला ब्लॉकों में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान या तो उत्पादन शुरू हो गया है या उत्पादन शुरू होने की संभावना है। इस बैठक की अध्यक्षता जैन ने की।
उन्होंने इस बात की प्रशंसा की कि 2021-22 के दौरान कैप्टिव कोयला ब्लॉकों से कोयला उत्पादन 8.5 करोड़ टन रहा, जो सालाना आधार पर लगभग 35 प्रतिशत अधिक है।
भाषा पाण्डेय अजय
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