न्यूयॉर्क/नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर आदमी और ट्विटर के सबसे बड़े शेयरधारक एलन मस्क ने एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में माइक्रो-ब्लॉगिंग मंच के निदेशक मंडल में शामिल न होने का फैसला किया है.
ट्विटर के भारतीय मूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पराग अग्रवाल ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. मस्क ने सप्ताहांत ट्विटर के लिए संभावित बदलावों का सुझाव दिया था, जिसमें साइट को विज्ञापन-मुक्त बनाना भी शामिल है. वर्ष 2021 में ट्विटर के राजस्व का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा विज्ञापनों से आया.
टेस्ला के सीईओ मस्क 9.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ वर्तमान में ट्विटर के सबसे बड़ा शेयरधारक हैं, जिसने अरबपति के साथ एक समझौता किया था. इसके तहत उन्हें 2024 की शेयरधारकों की वार्षिक बैठक तक मंच के बोर्ड में जगह मिलनी थी. उन्हें नौ अप्रैल को बोर्ड में शामिल होना था .
अचानक हुए घटनाक्रम में अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘एलन ने हमारे बोर्ड में शामिल नहीं होने का फैसला किया है.’
अग्रवाल ने कहा, ‘बोर्ड में एलन की नियुक्ति आधिकारिक तौर पर 4/9 (नौ अप्रैल 2022) से प्रभावी होनी थी, लेकिन एलन ने उसी सुबह स्पष्ट किया कि वह बोर्ड में शामिल नहीं होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह बेहतरी के लिए है.’
अग्रवाल ने मस्क के निर्णय के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया. उन्होंने लिखा, ‘ट्विटर बोर्ड का मानना है कि एलन को कंपनी के एक भरोसेमंद सहायक के रूप में माना जाता है, जहां उन्हें सभी बोर्ड सदस्यों की तरह कंपनी और हमारे सभी शेयरधारकों के सर्वोत्तम हित में कार्य करना है, यह सबसे बेहतर रास्ता है.’
मस्क ने अग्रवाल के पोस्ट के लगभग एक घंटे बाद एक ट्वीट किया जिसे बाद में हटा लिया गया.
उन्होंने मुंह पर हाथ रखे गोल आंखों वाले चेहरे का इमोजी ट्वीट किया, जो अक्सर शर्मिंदगी या हंसी और कभी-कभी ‘उप्स के भाव’ (गलती के एहसास पर प्रकट किया जाने वाले भाव) के संदर्भ में उपयोग किया जाता है. मस्क के इस ट्वीट का अर्थ स्पष्ट नहीं है और उन्होंने इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया.
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