अकोला, सात अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भाजपा नेताओं की सहमति के बिना छापा नहीं मारता और इस एजेंसी को अधिकार देने वाला कानून ‘राक्षसी’ है।
विदर्भ क्षेत्र के अकोला में संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता ने कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ बोलता है, उसके खिलाफ ईडी कार्रवाई करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ईडी तब तक किसी पर हमला नहीं करेगी जब तक भाजपा के नेता उससे ऐसा करने के लिए नहीं कहते। अगर कोई भाजपा में शामिल हो जाए तो ईडी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी। लेकिन अगर आप पार्टी के खिलाफ बोलेंगे तो ईडी आप पर कार्रवाई करेगी।’’
भुजबल ने कहा कि ईडी द्वारा दर्ज मामलों में किसी को जमानत मिलना बहुत मुश्किल है जिनमें से अधिकतर मामले धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किये जाते हैं।
उन्होंने पीएमएलए के संदर्भ में कहा, ‘‘यह एक राक्षसी कानून है। हम सभी को मिलकर ईडी के कानून को समाप्त कराना होगा।’’
भुजबल ने कहा, ‘‘इस समय केंद्र में भाजपा की सरकार है। इसलिए जब भी वह चाहती है, ईडी का इस्तेमाल (अपने विरोधियों के खिलाफ) करती है। अगर किसी ने कोई अपराध नहीं भी किया हो, तो भी उसका उत्पीड़न होता है।’’
राकांपा नेता ने कहा कि लोग आम जरूरतों की वस्तुओं के बढ़ते दामों से परेशान हैं, लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण विषयों से ध्यान हटाने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी सरकार को गिराने के लिए विपक्षी भाजपा परेशान है।
भाषा वैभव नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.