तिरुवनंतपुरम, तीन अप्रैल (भाषा) केरल के अग्निश्मन एवं राहत सेवा विभाग ने एक परिपत्र जारी कर धार्मिक संगठनों और राजनीतिक दलों को बचाव प्रशिक्षण देने पर रोक लगा दी है। विभाग के कर्मियों द्वारा एर्नाकुलम में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोगों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाने से उत्पन्न विवाद के बाद विभाग ने यह निर्णय किया है।
अग्निशमन महानिदेशक बी संध्या ने शनिवार को परिपत्र जारी कर कहा कि विभाग ने उस घटना को गंभीरता से लिया है जिसमें एक ‘चरमपंथी संगठन’ को प्रशिक्षण दिया गया था।
विभाग ने यह भी कहा कि दमकल बल आम जनता को या तो स्वयं या सरकारी एजेंसियों और विभिन्न निवास संगठनों, छात्र पुलिस कैडेट, एनसीसी, एनएसएस, अन्य मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और कुदुम्बश्री के अनुरोध पर प्रदर्शन, जागरूकता एवं प्रशिक्षण प्रदान करता है।
परिपत्र में कहा गया है कि धार्मिक संगठनों और राजनीतिक दलों को दिया गया प्रशिक्षण अनुशासनहीनता और उन अधिकारियों की ओर से एक गंभीर चूक माना जाएगा जो इस तरह का प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
इसमें कहा गया, ‘‘विभाग ने हाल की उस घटना को गंभीरता से लिया है जिसमें एक चरमपंथी संगठन को प्रशिक्षण दिया गया था। इन्हीं परिस्थितियों में यह परिपत्र जारी किया जा रहा है।’
विपक्षी कांग्रेस ने शनिवार को मांग की थी कि राज्य सरकार अलुवा में पीएफआई के लोगों को दिए गए प्रशिक्षण की जांच का आदेश दे।
प्रशिक्षण सत्र की तस्वीरें वायरल होने के बाद राज्य दमकल प्रमुख संध्या ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
यह मामला तब सामने आया जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने प्रशिक्षण सत्र की तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा कि वाम सरकार ‘‘जिहादी ताकतों’’ के लिए ‘रेड कार्पेट’ बिछा रही है।
भाषा नेत्रपाल नरेश
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